राहत. जिले में एक लाख 62 हजार 480 लाभुकों को मिलता है सस्ती दर पर अनाज
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अक्तूबर से कूपन पर ही मिलेगा राशन
राहत. जिले में एक लाख 62 हजार 480 लाभुकों को मिलता है सस्ती दर पर अनाज जिले के राशन कार्डधारियों का कूपन विगत दो माह से समाप्त है. केवल खाद्य सुरक्षा योजना के कार्ड पर ही राशन मिलता था, पर अब जल्द ही पुन: राशन कूपन पर मिलेगा. इसकी तैयारी विभाग ने कर ली है. […]
जिले के राशन कार्डधारियों का कूपन विगत दो माह से समाप्त है. केवल खाद्य सुरक्षा योजना के कार्ड पर ही राशन मिलता था, पर अब जल्द ही पुन: राशन कूपन पर मिलेगा. इसकी तैयारी विभाग ने कर ली है. सितंबर माह के अंत तक उपभोक्ताओं को कूपन उपलब्ध करा दिया जायेगा, ताकि उपभोक्ताओं को अक्तूबर माह से कूपन द्वारा राशन मिलना शुरू हो जाये. कूंपन अक्तूबर माह से जून माह तक का मिलेगा.
बक्सर : जिले के उपभोक्ताओं को अक्तूबर से पुन: कूपन पर राशन मिलेगा. इसकी अंतिम तैयारी विभाग कर रहा है. एक से दो सप्ताह के अंदर बैंगलोर से कूपन छप कर आ जायेगा. कूपन का वितरण सितंबर माह के अंत तक उपभोक्ताओं के बीच कर दिया जायेगा, जिसके बाद उपभोक्ताओं को कूपन के आधार पर ही जन वितरण प्रणाली की दुकान से राशन मिलेगा. यह कूपन जून माह तक के लिए होगा. उल्लेखनीय है कि दो माह पूर्व ही उपभोक्ताओं का राशन कूपन खत्म हो गया था. ऐसे में पहले दो माह का राशन उपभोक्ता बिना कूपन ही उठा चुके हैं और इस माह का भी राशन बिना कूपन के ही उठाया जायेगा. जिले में खाद्य सुरक्षा योजना के तहत कुल एक लाख 62 हजार 480 उपभोक्ता हैं, जिन्हें सस्ते दर पर गेहूं और चावल मिलता है.
एक आदमी को दो किलो गेहूं व तीन किलो मिलता है चावल: इस एक कूपन पर परिवार के एक सदस्य को दो किलो गेहूं और तीन किलो चावल दिया जाता है. उल्लेखनीय है कि जिले में इस योजना से 11 प्रखंडों की 142 पंचायतों का परिवार लाभान्वित हैं.
छठ पूजा के बाद बनेगा नया राशन कार्ड : खाद्य सुरक्षा योजना से वंचित लोगों को राशन कार्ड के लिए अभी और कुछ दिनों का इंतजार करना पड़ेगा. विभागीय सूत्रों के अनुसार राज्य में आये बाढ़ के कारण कुछ विलंब हुआ है. ऐसे में बिहार प्रशासनिक सुधार मिशन के द्वारा कार्ड बनानेवाले सॉफ्टवेयर को अपलोड नहीं कर पाया है,
जिसके कारण अनुमंडल के आरटीपीएस काउंटर पर राशन कार्ड अभी फिलहाल नहीं बन पायेगा. वहीं, अक्तूबर से धार्मिक त्योहार शुरू हो रहा है, जिसमें पदाधिकारी व्यस्त रह सकते हैं. इस कारण राशन कार्ड बनाने की प्रक्रिया अब छठ पूजा के बाद ही शुरू होगी. उल्लेखनीय है कि केवल बक्सर शहर में दो हजार से अधिक उपभोक्ता राशन कार्ड से वंचित हैं. वहीं, जिले में यह आंकड़ा करीब 50 हजार से अधिक की संख्या में बताया जा रहा है, जो लंबे समय से इसके बनने के लिए काफी इंतजार कर रहे हैं, पर अब तक नहीं बन पाया, जिससे खाद्य सुरक्षा योजना का लाभ इन्हें नहीं मिल पा रहा है.
जनप्रतिनिधियों की नहीं होगी भागीदारी : नया राशन कार्ड बनाने में गांव और शहर के जनप्रतिनिधियों की कोई भागीदारी नहीं होगी. नये राशन कार्ड के इच्छुक परिवार सरकार द्वारा दिये गये शपथ पत्र को भरेंगे और फिर अनुमंडल कार्यालय के आरटीपीएस काउंटर पर आवेदन देना होगा, जिसकी जांच संबंधित प्रखंड के पदाधिकारी करेंगे. जांच में सही पाये जाने पर ही इच्छुक को अनुमंडल आरटीपीएस से राशन कार्ड निर्गत होगा. इन सभी कार्यों में जनप्रतिनिधियों की कहीं कोई भूमिका नहीं होगी.
दो हजार से अधिक लाभुक राशन कार्ड से वंचित
इन बिंदुओं पर लेंगे शपथ
तीन कमरे या उससे अधिक (पक्का) कंक्रीट छतयुक्त मकानवाली गृहस्थी जो स्वयं स्वामित्व में हो
गृहस्थी में दो पहिया वाहन, फ्रिज और वाशिंग मशीन तीनों हो
चार पहिया वाहन हो
परिवार को कोई सदस्य सरकारी सेवा में नहीं हो
परिवार के किसी सदस्य का नाम गैर कृषि उद्यम सरकार के अधीन निबंधित नहीं हो
परिवार का कोई सदस्य आयकर दाता नहीं हो
परिवार का कोई सदस्य पेशाकर दाता नहीं हो
परिवार का कोई सदस्य 20 हजार प्रतिमाह आय अर्जित नहीं करता हो
कूपन जून माह तक के लिए छप कर आया है
जन वितरण प्रणाली की दुकान से उपभोक्ताओं को अक्तूबर माह में कूपन से राशन मिलेगा. कूपन जून माह तक के लिए छप कर आया है. वहीं, नया राशन कार्ड अब छठ पूजा के बाद ही बनेगा. इसके लिए प्रक्रिया चल रही है.
शिशिर कुमार मिश्रा, जिला आपूर्ति पदाधिकारी
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