बक्सर. नगर के लोगों को जाम की समस्या से मुक्ति नहीं मिल पा रही है़ हर रोज शहर की मुख्य सड़कों पर जाम लगना अब आम बात बन चुकी है़ जिला मुख्यालय होने के कारण ग्रामीण इलाकों एवं अन्य जगहों से हर रोज हजारों लोगों का आना जाना मुख्यालय में लगा रहता है़ आबादी बढ़ी, नगर में वाहनों की संख्या में लगातार वृद्घि हुई़ जिले में ज्यादा स्कूल खुलने से स्कूली बसों की संख्या में इजाफा हुआ़ इन सभी ने नगर की सड़कों को जाम रखने में काफी हद तक सहायक है़ लेकिन, इस दरम्यान जाम से निजात पाने के लिए प्रशासन ने कोई मुक्कमल व्यवस्था नहीं की़ चौक चौराहों पर न तो यातायात पुलिस की समुचित व्यवस्था है और न ही जाम को हटाने के लिए कोई रणनीति़
छह घंटे लगा रहा जाम
सोमवार को नगर की मुख्य सड़क पर करीब छह घंटे तक जाम लगा रहा है़ जिससे राहगीरों को काफी परेशानी ङोलनी पड़ी. नगर के ज्योति प्रकाश चौक, स्टेशन रोड, बाजार समिति रोड, समाहरणालय रोड समेत अन्य जगहों पर जाम की भयावह स्थिति रही़ जाम के कारण बड़े वाहन घंटों फंसे रह़े वहीं दो पहिया वाहन समाहरणालय जाने के लिए बाइपास रोड होते हुए चीनी मिल का सहारा ले रहे थ़े इस मार्ग में भी काफी संख्या में वाहन फंसे थे. सबसे ज्यादा परेशानी स्कूली बसों के बच्चे को हो रही थी़ भूख, प्यास से परेशान बच्चे घंटों जाम में फंसे रह़े पुलिस चौकी व ज्योति प्रकाश चौक से लोगों को टेंपो से उतरकर पैदल ही स्टेशन जाना पड़ा़ वहीं, कई लोगों की ट्रेनें जाम में फंसने के कारण छूट गयी़ हर आने जाने वाले लोग व्यवस्था को कोस रहे थ़े
आखिर इस जाम से शहरवासियों को निजात कब मिलेगी़ यह यक्ष प्रश्न लोगों के बीच बना हुआ है़ सोमवार को प्रभात खबर अखबार ने लोगों से इस विषय पर उनकी प्रतिक्रिया ली, तो लोगों ने जाम से निजात मिलने के लिए कई उपाय सुझायें़
बाजार समिति के श्याम सुंदर प्रसाद कहते है कि उनका ऑफिस यमुना चौक है़ दिन में उन्हें दो से तीन बार घर आना जाना पड़ता है़ ऐसे में ज्योति प्रकाश चौक स्थित कटहिया पुल पर हर रोज जाम के कारण आने जाने में घंटों विलंब हो जाता है़ श्री प्रसाद कहते है कि कटहिया पुल के बगल में एक दूसरा पुल बने तो यहां के जाम से निजात मिल सकती है़
ज्योति प्रकाश चौक के प्रकाश पोद्दार कहते है कि जाम लगने के पीछे मुख्य रूप से प्रशासन जिम्मेवार है़ वर्षों से यहां के लोग जाम की समस्या से परेशान है़ बावजूद इसके प्रशासन कोई पहल नहीं करता़ श्री पोद्यार कहते है कि चौक चौराहों पर ट्रैफिक पुलिस की कमी है़ जिसके कारण जाम लगना स्वभाविक बना गया है़
क्रांति कुमार सिंह ने कहा कि जाम की समस्या आज हर शहर की है़ विगत सालों में शहर में आबादी बढ़ी, लेकिन सड़कें वहीं रही़ यदि सड़कों का चौड़ीकरण करें और उनमें डिवाइडर बने तो, लोगों को जाम से निजात मिल सकती है़
अधिवक्ता विनोद कुमार सिंह ने कहा कि शहर में ओवरब्रिज का निर्माण करना होगा़ वहीं, जब तक ट्रैफिक व्यवस्था को सुदृढ़ नहीं किया जायेगा , तब तक जाम एक विकराल समस्या के रूप में बनी रहेगी़