बक्सर : नगर पर्षद विभाग की झोली मजबूत करने के लिए नगरवासियों से राजस्व की वसूली तो करती है, पर सुविधा के नाम पर नगरवासियों की समस्या को अनसुना कर दी है़ हाल धोबी घाट स्थित गली नंबर दो के सामने मुख्य सड़क पर बने नाली के अंदर ध्वस्त हो जाने की है. पीसीसी सड़क नाले के अंदर समा गया है. सड़क वहां से गुजरनेवालों के लिए खतरे का आमंत्रण दे रही है. यह मुख्य सड़क धोबी घाट स्थित सोन कैनाल से जेल पइन रोड तक जाती है. इसके बीच बसी हजारों की आबादी इस समस्या से पीड़ित है. इस जगह टूटे सड़क के दोनों किनारों पर महज एक-एक फीट का रास्ता बचा है, जिसके सहारे आवागमन होता है.
क्या है समस्या
सोन कैनाल नहर के धोबी घाट पुल से जेल पइन रोड को जोड़नेवाली मुख्य सड़क है. गली नंबर दो के पास सड़क के नीचे स्थित नाले में पूरी पीसीसी ढलाई सड़क गिर गयी है. धोबी घाट के एक नंबर गली से आठ नंबर गली तक एक बड़ी व व्यवस्थित आबादी बसी है, जिसे शहर से जुड़ने के लिए यही एक मात्र सड़क है. इस रास्ते से चार पहिया वाहनों के गुजरने में परेशानी है़ दो पहिया वाहन बमुश्किल गुजरते हैं. कुछ शेष बचे भाग भी टूट गये हैं, जो अक्सर वाहनचालकों व साइकिलचालकों के लिए खतरे का आमंत्रण दे रही है. अंधेरे में अक्सर पैदल लोग भी गिर जाते हैं.
एक बड़ी आबादी है जुड़ी
धोबी घाट के साथ वीर कुंवर सिंह कॉलोनी, रेडियो स्टेशन के पिछले भाग की आबादी, आइटीआइ, टीचर कॉलोनी के लोग भी इस कम व्यस्त मार्ग का प्रयोग आवागमन के लिए करते हैं. डीएवी के पास से पइन रोड के खराब होने के कारण लोग धोबी घाट मार्ग का व्यवहार कम दूरी व धूल रहित होने के कारण करते हैं.
इसीएचएस अस्पताल जाने में भी परेशानी
देश की सीमा को सुरक्षित रखनेवाले रण बांकुर जिले में सेना के जवानों के इलाज के लिए सेना अस्पताल भी है. इस टूटी सड़क की वजह से मरीजों को इस अस्पताल तक पैदल ही जाना पड़ता है या किसी तरह दो पहिये वाहनों की सहायता से पहुंचा जाता है. धोबी घाट में तीन सौ से ज्यादा घर बने हैं और कमोवेश हजारों की आबादी है, जो इस समस्या से बुरी तरह जूझ रही है.
क्या कहते हैं स्थानीय लोग
धोबी घाट गली नंबर दो के पंकज राय ने कहा कि नगर पर्षद द्वारा इस मुहल्ले को हमेशा नजरअंदाज किया जाता है.गली के प्रवेश द्वार पर ही पूरी सड़क टूट चुकी है. न गली में गाड़ी जा सकती है और न ही आगे गाड़ी जा सकती है.
शहर के छोटा सा व्यवसाय करनेवाले वशिष्ठ ठाकुर ने कहा कि रातों में आना जाना होता है. पहले सड़क थोड़ी सी टूटी थी, पर धीरे-धीरे अब पूरा टूट चुकी है. यदि अनजान चालक कभी तेज गति से आयेंगे, तो थोड़ा मोड़ होने की वजह से बड़ी दुर्घटना घट सकती है.
मनोज कुमार पीसीसी सड़क के टूटने की वजह से लगभग धोबी घाट के 1 से 8 गली तक 300 से ज्यादा घरों में निवास करनेवाली हजारों की आबादी परेशान है.