बक्सर. इटाढ़ी थाना क्षेत्र के शुक्रवलिया गांव से पांच नवंबर की रात लूटी गयी अष्टधातु की तीन मूर्तियों में दो मूर्तियों को बरामद करने में पुलिस को सफलता मिली है. मूर्ति लूट के मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. मूर्ति लूट गिरोह के मुख्य सरगना सहित पांच लोगों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापामारी कर रही है. वहीं अब तक लक्ष्मण की मूर्ति बरामद करने में पुलिस को सफलता नहीं मिल पायी है.पुलिस का कहना है कि पुलिस मूर्ति चोरी में शामिल गिरोह का परदाफाश कर चुकी है. सभी अपराधी शीघ्र ही पुलिस की गिरफ्त में होंगे.गौरतलब है कि इटाढ़ी थाना क्षेत्र के शुक्रवलिया गांव स्थित श्रीराम जानकी मंदिर में पांच नवंबर की रात हथियारबंद अपराधियों ने पुजारी की पिटाई कर भगवान राम, जानकी व लक्ष्मण की मूर्ति लूट कर फरार हो गये. इस मामले में पुलिस ने पुजारी के बयान पर मामला दर्ज किया था.गुरुवार को पुलिस कार्यालय में आयोजित पत्रकार सम्मेलन में आरक्षी अधीक्षक बाबूराम ने बताया कि मूर्ति लूट के मामले में लाइनर की भूमिका निभाने वाले शुक्रवलिया गांव के लालबाबू साह व धनसोई थाना क्षेत्र के खरवनिया गांव के सुशील राम को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. एसपी ने बताया कि इस मामले में सात लोग शामिल हैं, जिनमें पांच लोगों की पहचान कर गिरफ्तारी के लिए छापामारी की जा रही है. लूटी गयी लक्ष्मण की मूर्ति बरामद करने की दिशा में पुलिस कार्रवाई कर रही है. लूटी गयी तीनों मूर्तियों का अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब एक करोड़ रुपये आंका जा रहा है.
जमीन में दबा कर रखी गयी थीं
बक्सर. इटाढ़ी थाना क्षेत्र के शुक्रवलिया गांव में मूर्ति लूट की घटना ने ग्रामीणों के बीच सनसनी फैला दी थी, लेकिन भगवान राम व जानकी की मूर्ति बरामदगी की खबर मिलते ही इटाढ़ी थाना क्षेत्र के शुक्रवलिया गांव के लोगों के बीच खुशी की लहर दौड़ गयी. ग्रामीणों का प्रतिनिधिमंडल गुरुवार को पुलिस कार्यालय पहुंच कर पुलिस को मूर्ति लूटकांड का उद्भेदन करने के लिए बधाई दी. एसपी बाबूराम ने बताया कि लूटी गयी मूर्तियों को कार्बन में लपेट कर काले प्लास्टिक में बांध कर तीन फुट नीचे जमीन में दबा कर रखा गया था. पुलिस का कहना है कि गिरोह के सरगना के तार कहां से जुड़े हैं, इसकी भी जांच की जा रही है.उल्लेखनीय है कि इटाढ़ी थाना क्षेत्र के शुक्रवलिया गांव में 50 वर्ष पूर्व श्रीराम जानकी मंदिर में भगवान राम, जानकी व लक्ष्मण की अष्टधातु की बनी मूर्ति को स्थापित किया गया था. ग्रामीणों ने बताया कि भगवान राम-जानकी व लक्ष्मण की डेढ़-डेढ़ फुट ऊंची मूर्ति 50 वर्ष पूर्व 75 हजार रुपये में खरीद कर मंदिर में स्थापित की गयी थी. वर्षो से गांव के लोग अहले सुबह से ही मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए आते-जाते हैं. ग्रामीणों ने बताया कि 15 वर्ष पूर्व दिनारा थाना क्षेत्र के जगदीशपुर गांव निवासी राजेंद्र कुमार पांडेय को पुजारी के रूप में रखा गया था. पांच नवंबर की रात चार की संख्या में हथियारबंद लोग मंदिर में घुस आये और पुजारी पर राइफल भिड़ा कर चाबी की मांग की. चाबी नहीं देने पर अपराधियों ने पुजारी की पिटाई की, फिर दरवाजा तोड़ कर भगवान की अष्टधातु की बनी तीनों मूर्तियां लूट कर फरार हो गये. गिरफ्तार दोनों की निशानदेही पर राम-जानकी की मूर्तियों को बरामद किया गया.