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लगातार दो दिनों तक भूकंप के झटकों से सहमा रहा शहर
अफवाहों पर न दें ध्यान. कई परिवार ने रतजगा कर गुजारी रात, दहशत कायम है लोगों में बक्सर : भूकंप के झटकों के कारण पूरा शहर सोमवार को भी दहशत के साये में रहा. लोगों के बीच यही भय बना रहा कि फिर कहीं भूकंप न आ जाये. बीती रात कई परिवारों के लोग सुखमय […]
अफवाहों पर न दें ध्यान. कई परिवार ने रतजगा कर गुजारी रात, दहशत कायम है लोगों में
बक्सर : भूकंप के झटकों के कारण पूरा शहर सोमवार को भी दहशत के साये में रहा. लोगों के बीच यही भय बना रहा कि फिर कहीं भूकंप न आ जाये. बीती रात कई परिवारों के लोग सुखमय नींद नहीं ली, बल्कि भय के बीच जाग कर राते गुजारीं. बक्सर शहर में सिविल लाइन मुहल्ले में और स्टेशन रोड कवलदह पोखरा के पास पार्क रहने के बावजूद लोग मुहल्ले में सड़कों पर ही निकले नजर आये. अखबारों में और टीवी पर खबरें देख सहमे रहें. सबसे ज्यादा चर्चा चांद की आकृति को लेकर हुई.
उपसमाहर्ता ने दी नसीहत : जिला आपदा प्रबंधन देख रहे युवा उपसमाहर्ता सुनील कुमार ने लगातार आये भूकंप को लेकर बक्सर और डुमरांव शहर में माइकिंग करायी और लोगों से अफवाहों से बचने के लिए प्रेरित किया. साथ ही अनुमंडल पदाधिकारियों, बीडीओ, सीओ को भी आवश्यक निर्देश दिया कि वे हर आपदा से बचने के लिए सावधान रहें और लोगों को जागरूक करें. ग्रामीणों क्षेत्रों में छोटे-छोटे मकानों में रहनेवाले गरीब-गुरबे पर विशेष ध्यान देने पर बल दिया गया. उन्होंने कहा कि बक्सर जिले में 06183-222335 गोपनीय शाखा का नंबर है, जो स्थायी तौर पर हेल्प लाइन के रूप में काम करता है.
चिकित्सकों की छुट्टी रद्द : सदर अस्पताल बक्सर और अनुमंडलीय अस्पताल डुमरांव में सभी चिकित्सकों को विशेष तौर से आपदा राहत के लिए तैनात किया गया है. ड्यूटी पर रहनेवाले तमाम चिकित्सकों को बगैर छुट्टी लिये काम पर रहने का निर्देश दिया गया है. साथ ही बिना ड्यूटीवाले चिकित्सकों को भी यह सख्त हिदायत दी गयी है कि किसी भी सूरत में उन्हें किसी भी समय आपदा की स्थिति में तैयार रहना है और बुलाने पर अपनी सेवा देनी है.
श्री गंगा सेवा समिति ने दी श्रद्धांजलि : स्थानीय भगत सिंह पार्क में श्री गंगा सेवा समिति गोला घाट के तत्वावधान में भूकंप में मारे गये लोगों के प्रति संवेदना जताने के लिए श्रद्धांजलि सह प्रार्थना सभा का आयोजन रविवार की शाम में किया गया. कार्यक्रम में भारत और नेपाल में मारे गये लोगों के प्रति गहरी संवेदना जतायी गयी.कमेटी के सदस्यों द्वारा कैंडल जला कर भूकंप में मारे गये लोगों को श्रद्धांजलि दी गयी. कार्यक्रम की शुरुआत शहीद भगत सिंह के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया गया.
बाद में कैंडल जला कर भूकंप में मारे गये लोगों के परिवारों को शक्ति देने के लिए भगवान से प्रार्थना की गयी और प्राकृतिक आपदा से बचाने के लिए ईश्वर से प्रार्थना की गयी. श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए समिति के संरक्षक अरविंद पांडेय ने कहा कि नेपाल सहित पूरे भारत में जान-माल की क्षति हुई है और भूकंप के झटकों से सबका दिल दहल उठा है. पीड़ित परिवारों की मदद के लिए लोगों से आगे आने की अपील की. श्रद्धांजलि सभा में धीरज कुमार, दिलीप कुमार, आनंद कुमार पिंटू, मुस्ताक, कुमार नन्हें चौबे आदि शामिल हुए.
नियोजित शिक्षकों ने भूकंप पीड़ितों के प्रति जतायी संवेदना : डुमरांव. नियोजित शिक्षक महासंघ ने अपना हड़ताल जारी रखते हुए सोमवार को बीआरसी भवन के समीप भूकंप आपदा में पीड़ित लोगों व मृतकों के प्रति शोक संवेदना व्यक्त करते हुए मौन धारण किया. इस मौके पर शिक्षकों ने कहा कि प्राकृतिक आपदा में पीड़ितों के प्रति शिक्षकों की सहानुभूति है. मौके पर प्रखंड अध्यक्ष कमलेश पाठक, उपेंद्र कुमार पाठक, जितेंद्र सिंह, नवनीत श्रीवास्तव, रूपा कुमारी उपस्थित थे.
आज से भिक्षाटन करेंगे शिक्षक और राशि भेजेंगे भूकंप पीड़ितों को
बक्सर : नियोजित शिक्षकों की हड़ताल व आंदोलन का दौर जारी है. बिहार पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ और नियोजित शिक्षक महासंघ का धरना सोमवार को भी जारी रहा. हालांकि भूकंप के कारण राज्य सरकार ने 27 एवं 28 अप्रैल को दो दिनों की बंदी सभी स्कूलों में घोषित कर रखी है. बावजूद इसके नियोजित शिक्षकों ने बुनियादी विद्यालय में बैठक की.
शिक्षकों ने नेपाल समेत पूरे देश में आयी भूकंप की आपदा में मारे गये लोगों के प्रति संवेदना जतायी और शोकसभा आयोजित कर उनके प्रति प्रार्थना की गयी. इधर बिहार पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ द्वारा सर्वशिक्षा अभियान के प्रांगण में शोकसभा आयोजित की गयी. अध्यक्षता प्रदेश उपाध्यक्ष अरविंद यादव ने की. शोकसभा में दो मिनट का मौन रख कर बिहार-नेपाल में मृत लोगों के प्रति संवेदना जतायी गयी. आयोजित शोकसभा में प्राथमिक शिक्षक संघ गोपगुट के सुरेंद्र कुमार सिंह, ज्ञानेश्वर पासवान, कवि कमल किशोर, श्रीराम सिंह शामिल थे.
सिमरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में दरार
सिमरी. रविवार के दिन करीब 11 बज कर 41 मिनट पर आये भूकंप के झटके ने एक बार फिर लोगों के दिल को दहला दिया. जो जहां था, वहीं से दौड़ कर खुले जगहों पर जाकर शरण ले लिया. इस झटके के बाद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के शीत कक्ष व आउट डोर की दीवारों में दरारे आ गयीं हैं. प्रभारी सदाशिव पांडेय ने बताया कि शनिवार को आये भूकंप के झटके ने शीत कक्ष व आउट डोर की दीवारों को हिला दिया और रविवार के दिन आये झटके से दरार आ गयी है.
गो-शाला टूट कर गिरा
इटाढ़ी प्रखंड के पिथनी गांव में जयशंकर मिश्र की गो-शाला भूकंप के झटके में ध्वस्त हो गया, उसमें गाय और बाछी बंधी थी. इन बेजुबान जानवरों को काफी चोटें आयी हैं, लेकिन इनकी जानें बच गयीं. ग्रामीण ने सरकार से मुआवजे की मांग की है.
अफवाहों से परेशान रहे लोग
राजपुर. भूकंप के भय और दहशत के बीच लोगों के बीच चर्चाओं के साथ रविवार की देर शाम तक अफवाहों का भी बाजार गरम रहा. अखबारों में खबर के मुताबिक राजगीर के गर्म कुंड के पानी का रंग बदलने के कारण लोगों में अफवाह के जनता में दहशत का माहौल कायम हो गया था. वहीं, कहीं से चापाकल का पानी जहरीला हो जाने की खबर से लोग और ही परेशान दिखे.
यह खबर आग की तरह पूरे प्रखंड क्षेत्र के सभी गांवों में फैल गयी. एक रिश्तेदार, दूसरे रिश्तेदार को फोन कर खबर साझा कर रहे थे, तभी हल्ला उठ गया कि चांद भी उल्टा हो गया है. इस तरह के अफवाहों से लोगों में देर रात तक भय का माहौल कायम रहा.
हालांकि इन अफवाहों से बचने के लिए स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों और समाजसेवियों ने लोगों से बार-बार अपील करते रहे कि ये सब गलत है. आप लोग आराम से रहें. वहीं भूकंप के भय से गांव के लोग देर रात तक घर से बाहर ही खलिहानों में बैठ कर बातें करते नजर आये. इस संबंध में बीडीओ अजय कुमार सिंह ने बताया कि लोग अफवाह से दूर रहें और किसी भी प्रकार की घटना होने पर तत्काल कंट्रोल रूम से संपर्क करें
नहीं बनते शहर में भूकंपरोधी मकान
बक्सर. शहर का सबसे घनी आबादीवाला जगह यमुना चौक है. यहां दर्जनों दुकानों और घरों में रह रहे लोगों को भूकंप से काफी दहशत है.
सड़क के दोनों तरफ दो से तीन मंजिला भवन हैं. आस-आस कोई पार्क किसी कोने में भी नहीं है. वैसे बढ़ती आबादी के कारण शहर में पार्को की कमी है. सभी मुहल्लों में घनी आबादी है, लेकिन शहर का यमुना चौक और इसके आस-पास का इलाका पॉश इलाकों में से एक है. लगातार दो दिन आये भूकंप के झटके से लोग दहशत में हैं. भूकंप आने पर लोग कहां भाग कर अपनी जान बचायेंगे, यह कहना मुश्किल है. शहर में अब तक मकानों को बनाने के लिए भूकंपरोधी पैमाना नहीं अपनाया गया है.
नगर पर्षद भी भूकंपरोधी मकान बने इसके प्रति सजग नहीं है. शहर में दर्जनों मकान हर दिन बनते हैं, लेकिन ये कैसे और किस आधार पर बन रहे हैं. इसकी जानकारी प्रशासन के लोगों को नहीं है. नगर पर्षद में धड़ल्ले से मकान बनवाने के लिए नक्शा पास कराया जाता है, लेकिन भूकंपरोधी नक्शा बनवाने के प्रति नप का कोई ध्यान नहीं है. शायद भूकंप आने के बाद नप इसके प्रति गंभीर रूप से सजग हो. इस घटना के बाद अब लोग भी भूकंपरोधी मकान बनाने के प्रति सजग होंगे.
शिक्षक करेंगे चंदा : बिहार पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष केडी सिंह के नेतृत्व में 28 अप्रैल से भिक्षाटन का काम शुरू किया जायेगा.भिक्षाटन से मिली राशि भूकंप से पीड़ित लोगों की मदद के लिए खर्च की जायेगी. प्राथमिक शिक्षक संघ के गोपगुट के जिला उपाध्यक्ष दिलीप कुमार सिंह सभी शिक्षकों को इस प्राकृतिक आपदा में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेने व भूकंप पीड़ितों की मदद करने के लिए स्वेच्छा से पैसा, कपड़ा व रक्तदान करने का अनुरोध किया.
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