बक्सर:30 वर्षों से बिजली से महरूम सदर प्रखंड के जगजीवन नगर दलित बस्ती के लोगों ने शुक्रवार को बिजली विभाग के समक्ष बिजली की मांग को लेकर आक्रामक नारेबाजी की. दर्जनों की तादाद में पहुंचे ग्रामीण काफी आक्रोशित थे. नारेबाजी के बाद ग्रामीणों ने कार्यपालक अभियंता अपूर्व कुमार मिश्र को अपनी मांग को लेकर आवेदन भी दिया. ग्रामीणों का नेतृत्व कर रहे सुरेश कुमार, बगई राम, रवि शंकर कुमार, राम मूर्ति राम एवं मुन्ना पासवान ने बताया कि बिजली की मांग को लेकर विभाग में वर्षों से आ रहे है, लेकिन यहां केवल पदाधिकारियों ने आश्वासन ही दिया. ग्रामीणों ने बताया कि आश्वासन देने का काम वर्षों से चल रहा है. यहां के जनप्रतिनिधि भी चुनाव के समय आ कर बिजली लाने के लिए मजबूत विश्वास दिलाते है, लेकिन स्थिति जस-की-तस बनी हुई है.
मोबाइल चार्ज कराने जाते हैं दूसरे गांव
गांव में बिजली नहीं रहने के कारण लोगों को काफी परेशानी होती है. बिजली आधारित कोई भी काम करने के लिए यहां सोचना पड़ता है. शाम होते ही गांव पूरी तरह अंधेरे में डूब जाता है. घर की गृहिणियों को लालटेन की रोशनी में काम करना पड़ता है. पठन पाठन भी बाधित है. लोगों को मोबाइल चार्ज कराने के लिए दूसरे गांव में जाना पड़ता है. बिजली नहीं रहने से यहां के हर तबके के लोगों में विभाग के प्रति काफी गुस्सा है. लोगों का कहना है कि जनप्रतिनिधि हो या अधिकारी कोई भी गांव की सुविधाओं के प्रति ध्यान नहीं देता.
चोरों ने काटा था तार
30 वर्ष पहले जासो गांव से तार के माध्यम से जगजीवन नगर में बिजली की आपूर्ति की गयी थी, लेकिन चोरों ने एक से डेढ़ किलोमीटर लंबे तार को काट कर उक्त गांव को बिजली से वंचित कर दिया. तब से अब तक विभाग ने यहां पुन: तार को नहीं लगाया, जिसके कारण करीब एक हजार की आबादी अंधेरे में है. यदि जासो गांव से जनजीवन नगर को पुन: विद्युत तार से जोड़ा जाये तो विद्युत आपूर्ति बहाल हो पायेगी, लेकिन बड़ी बात यह है कि विभाग ने महज डेढ़ किलोमीटर की दूरी में कटे तार को 30 वर्षों में भी नहीं जोड़ पाया.
जनप्रतिनिधियों के प्रति लोगों में रोष
बिजली विभाग पर प्रदर्शन करने पहुंचे लोगों में जनप्रतिनिधियों के प्रति भी खासा आक्रोश दिखा. ग्रामीणों ने स्पष्ट तौर पर कहा कि आगामी चुनाव में किसी भी दल को वोट नहीं किया जायेगा और न ही किसी जनप्रतिनिधि के झांसे में आया जायेगा. ग्रामीणों ने इसके कारणों को बताते हुए कहा कि 30 वर्षों में कई जनप्रतिनिधि यहां आये और बिजली आपूर्ति कराने के लिए केवल आश्वासन ही दिया. इस संबंध में कार्यपालक अभियंता अपूर्व कुमार मिश्र ने बताया कि उक्त गांव में राजीव गांधी विद्युतीकरण योजना के तहत बिजली पहुंचाना था, लेकिन ऐसा नहीं होने पर ट्रांसफॉर्मर के लिए उच्च विभाग से अनुशंसा की जायेगी. पंद्रह दिनों में प्रक्रिया पूरी हो जायेगी.