बक्सर/डुमरांव : ग्रामीण कार्य विकास विभाग के डुमरांव प्रमंडलीय कार्यालय में दिनदहाड़े हुई गोलीबारी व हत्या की घटना के तीन दिनों बाद भी कर्मचारियों के चेहरे पर भय व दहशत स्पष्ट रूप से दिखा. अपराधियों द्वारा सरेआम कार्यालय में घुस कर अंधाधुंध गोलियां चलायी गयी थी.
गोलीबारी में सिमरी के हलवा पट्टी निवासी दयानंद पांडेय की मौके पर मौत हो गयी थी, जबकि आरडब्लूडी – 2 के कार्यापालक अभियंता चंद्र किशोर साहा गंभीर रुप से जख्मी हो गये थ़े श्री साहा का इलाज पटना के एक निजी क्लिनिक में चल रहा है. इस घटना के बाद विभाग के कर्मियों के बीच हड़कप मच गया है और वे अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित है.
* किसी के आते ही हो रहे सजग
शुक्रवार की घटना के बाद सोमवार को भी ग्रामीण कार्य विकास विभाग के कार्यालय में सन्नाटा पसरा रहा. उपस्थित कर्मचारियों के चेहरे पर भय व दहशत का माहौल था. दिन के करीब 11:30 बजे जब प्रभात खबर की टीम कार्यालय पहुंची तो उपस्थित कर्मचारी विभागीय रूटीन के अनुसार फाइलों को टटोल रहे थ़े सभी मन में चिंता और भय सता रहा था. बार–बार कर्मियों की निगाहें दरवाजे पर पड़ रही थी. किसी के प्रवेश करते ही कर्मचारी सजग व सतर्क हो जाते थ़े घटना के बाद से ठेकेदारों का आना–जाना भी बंद है.
* घटना के बाद भी सुरक्षा नहीं
घटना के बाद कार्यालय में बैठे कर्मी अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित है. कर्मचारी अरविंद कुमार, लवकुश सिंह, दिनेश्वर शर्मा, आरिफ अफसान, मोतीलाल, सुदेश्वर प्रसाद, नागेश्वर, रामचंद्र रजक, ददन महतो, सुरेंद्र सिंह, निर्मल कुमार, विजय सिंह आदि ने बताया कि भय व चिंता से फाइलों का काम नहीं हो पा रहा है. भयभीत कर्मियों का कहना है कि घटना के बाद भी दफ्तर में कोई पुलिसकर्मी की ड्यूटी प्रशासन द्वारा नहीं लगायी गयी है.
* दफ्कर खाली करने का अल्टीमेटम
किराये के भवन में चल रहे विभागीय कार्यालय को खाली करने का अल्टीमेटम भवन के मालिक द्वारा घटना के दिन ही दिया चुका है. दफ्तर के बड़ा बाबू नागेश्वर राम ने बताया कि मकान मालिक द्वारा जल्दी दफ्तर खाली करने का दबाव बनाया गया है, जिसकी सूचना जिला मुख्यालय को दी गयी है.
उन्होंने बताया कि जिला मुख्यालय स्थित चरित्रवन में विभागीय कार्यालय स्थापित है, जहां से पूर्व में डुमरांव प्रमंडल का कार्य संचालित होता था. भय के माहौल में सभी कर्मी यहां काम करने से कतरा रहे है. डुमरांव कार्यालय को बक्सर हस्तांतरण के लिए विभागीय सचिव पटना एवं जिलाधिकारी बक्सर से गुहार लगायी गयी है.