* आशीर्वाद यात्रा के क्रम में नगर भवन में समारोह
बक्सर (सदर) : पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने कहा कि राज्य में लोकतंत्र की जड़े कमजोर हुई है. अफसरशाही जनता पर पूरी तरह हावी है. ऐसे में एक बड़े जन आंदोलन की जरूरत महसूस की जा रही है. उन्होंने युवाओं और आमजनों से बिहार को बेहतर बनाने और जनता की समस्याओं के निदान के लिए आंदोलन की शुरूआत करने का आहवान किया.
श्री यादव रविवार को नगर भवन में आशीर्वाद यात्रा के तहत आयोजित समारोह में बोल रहे थे. समारोह में श्री यादव को चांदी का मुकुट और माला पहना कर स्वागत किया गया. हालांकि, पूर्व सांसद निर्धारित समय से लगभग साढ़े तीन घंटे विलंब से सभा स्थल पहुंचे फिर भी लोगों की भीड़ यहां जमी रही. लोगों ने पप्पू यादव के समर्थन में नारे लगाकर उनका हौंसला आफजाई किया.
समारोह की अध्यक्षता बृज लाल सिंह यादव ने की. कार्यक्रम का संयोजन जिला परिषद के पूर्व अध्यक्ष राज रोशन यादव ने किया. समारोह में बोलते हुए पूर्व सांसद श्री यादव ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि वर्तमान सरकार राज्य को साक्षर बनाने में गलत रास्ते को अख्तियार कर रही है. उन्होंने कहा कि हर पंचायतों में शराब की दुकानें खुल गयी है.
शराब बेच कर सरकार साइकिल और पोशाक योजनाएं चला रही है. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य, शिक्षा और विकास के मामले में राज्य काफी पीछे खड़ा है. उन्होंने कहा कि 25 साल पहले पीएमसीएच का जो हाल था आज उससे भी बदतर स्थिति हो गयी है. उन्होंने कहा कि आजादी के समय जहां भगत सिंह और चंद्रशेखर आजाद जैसे युवाओं के बैग में पिस्तौल हुआ करता था वहीं आज राज्य के युवाओं के बैग में शराब की बोतलें मिल रही है.
यह स्थिति स्पष्ट कर रहा है कि युवा पीढ़ी नशाखोरी में डूबता जा रहा है. ऐसे में हमें सोचना होगा कि वर्तमान पीढ़ी को कैसे इससे बचाएं. उन्होंने कहा कि समाज में जो लोग गरीबों और दबे कुचलों के लिए आगे आते हैं. उन्हें मुख्य धारा से हटाने की साजिशें की जाती है. उनके साथ ही ऐसा ही कुछ हुआ. लेकिन जनता सब कुछ जानती है. अब जन सवालों को लेकर एकजुट होने की जरूरत है.
उत्तराखंड त्रासदी पर पूर्व सांसद ने कहा कि मीडिया में यह बात आ रही है कि धारा देवी की प्रतिमा हटाने के कारण प्रलय आया है. लेकिन ऐसी बात नहीं है. उन्होंने कहा कि पेड़ों की कटाई, पहाड़ों को नष्ट करने और नदियों की धारा मोड़ने के कारण उत्तराखंड में तबाही आयी है. उन्होंने कहा कि लोगों को अब इससे भी सीख लेनी चाहिए और प्रकृति से छेड़छाड़ करने से तौबा करना चाहिए.
समारोह का संचालन प्रभंजन भारद्वाज और स्वागत भाषण जनार्दन यादव ने किया. कार्यक्रम में निर्भय मुखिया, विकास कुमार बंटी, उपेन्द्र यादव, विनय कुमार, दामोदर यादव, सुनील यादव, ददन यादव, गुड्डू लाल सहित अन्य ने अपने विचार रखे.