ब्रह्मपुर (बक्सर) : लीला डेरा के कन्हैया यादव को क्या पता था कि प्रतिशोध की आग उनके बेटे की जान ले लेगी. कन्हैया फफकते हुए कहते हैं कि यह पता होता कि हमलावर हत्या की नीयत से आयेंगे, तो बेटे को रिश्तेदारों के साथ पलानी में सोने नहीं भेजते.
नैनीजोर थाना क्षेत्र के लीला डेरा में बुधवार की रात तेज बारिश के बीच घर के बाहर बंदूक की आवाज सुनते ही लोग सहम गये. हमलावरों ने बारी-बारी से तीन लोगों को सोये अवस्था में गोलियों से छलनी करते हुए भाग निकले.
भोजपुर जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र के सइया गांव के राम शंभू यादव व उनका पुत्र संजय यादव अपने रिश्तेदार कन्हैया यादव के घर लीला डेरा बुधवार को पहुंचे थे. कन्हैया यादव का पुत्र सुनील कुमार यादव दोनों पिता-पुत्र राम शंभू यादव व संजय यादव को भोजन करा कर खुद भी साथ सोने के लिए समीप के पलानी में उन्हें ले गया. बेटे एवं संबंधियों के हत्या पर मां बुधिया देवी एवं पिता कन्हैया यादव रोते-रोते बेहाल हैं.
अपने सभी भाइयों में सुनील सबसे अधिक दुलारा था. सुनील की मौत की खबर से चारों भाई गणोश यादव, महेश यादव, झूलन यादव व श्रवण यादव की हालत बेहाल है. हालांकि, तिहरे हत्याकांड में अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. पुलिस ने थाने में अज्ञात अपराधियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर ली है.