बक्सर : राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत जिले के कुल 733 वार्डों के हर घर में नल का जल मिलेगा. इसकी जिम्मेदारी पीएचइडी विभाग को दिया गया है. इसके तहत चयनित प्रत्येक वार्ड में बोरिंग कराने से लेकर पाइप बिछाने तक तकरीबन 45 लाख रुपये खर्च होंगे.
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733 वार्डों में मिलेगा शुद्ध पेयजल
बक्सर : राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत जिले के कुल 733 वार्डों के हर घर में नल का जल मिलेगा. इसकी जिम्मेदारी पीएचइडी विभाग को दिया गया है. इसके तहत चयनित प्रत्येक वार्ड में बोरिंग कराने से लेकर पाइप बिछाने तक तकरीबन 45 लाख रुपये खर्च होंगे. हर घर नल […]
हर घर नल का जल लोगों के घरों तक पहुंचाने के लिये योजना मंद में कुल तकरीबन 32 करोड़ 98 लाख 50 हजार रुपये आवंटित है. मार्च 2020 तक चयनित 733 वार्डों में योजना का काम पूरा कर लेने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इसके लिये टेंडर की प्रक्रिया पूरा कर ली गयी है. योजना की शुरुआत कर दी गयी है.
पीएचइडी विभाग के कार्यपालक अभियंता परमानंद प्रसाद ने बताया कि बक्सर जिले में हर घर नल का जल योजना के तहत दो तरह के काम कराया जायेगा. एक वैसे वार्ड जो आर्सेनिक से प्रभावित हैं, दूसरा वैसे वार्ड जो आर्सेनिक से प्रभावित न हो. आर्सेनिक से प्रभावित जिला में कुल 39 पंचायतें हैं. इन पंचायतों के लिए अलग से रिमूवल प्लांट के जरिये पानी पहुंचाया जायेगा. अर्थात जांच करने के बाद लोगों के घरों तक पानी फील्टर कर दिया जाता है.
वार्डों में लगाये जायेंगे संयत्र
वार्डों में लगाये जायेंगे संयत्र
इन पंचायतों में दलसागर, राजपुर, कठार, मझवारी, पडरी, चुरामनपुर, नयका भोजपुर, चना, भरिया, ढकाइच शामिल है. आर्सेनिक प्रभावित गांवों में पानी पहुंचाने के लिए प्रत्येक वार्डों को चिह्नित कर अलग से संयत्र लगाया जायेगा, जिसकी क्षमता 10 से 12 हजार लीटर प्रतिदिन की होगी.
जिस वार्ड में 150 से अधिक घर होंगे, वहां 12 और जिस वार्ड में उससे कम घर होंगे, वहां 10 हजार लीटर क्षमता के संयत्र लगाये जायेंगे. इस योजना के तहत पाइप लाइन बिछाने में प्लास्टिक पाइप का इस्तेमाल होगा. लेकिन जहां घरों में कनेक्शन दिया जायेगा, वहां लोहे का पाइप लगाये जायेंगे. पांच वर्ष तक पाइप खराब होने से लेकर इसके मरम्मत की जवाबदेही संवेदक की होगी.
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