डुमरांव : बुधवार को ई-किसान भवन के सभागार में कृषि विभाग के द्वारा किसान कल्याण कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का उद्घाटन उपप्रमुख सुबहान अंसारी, जिला पर्षद विनोद ठाकुर, पशु चिकित्सक सीएम सिंह, प्रगतिशील किसान प्रकाश राय, भाजपा प्रखंड अध्यक्ष मनोज कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलीत कर किया.
कार्यक्रम की अध्यक्षता बीटीएम आशिष शुक्ला व संचालन कृषि समन्वयक सौरभ कुमार ने किया. कार्यशाला के दौरान बीटीएम आशीष शुक्ला ने किसानों को जानकारी देते हुए कहा कि मक्का देश के मैदानी एवं पहाड़ी क्षेत्रों में उगाई जानेवाली महत्वपूर्ण फसल है. मक्के के दाने से विभिन्न प्रकार के उत्पाद बनाये जाते हैं, जिससे कई तरह के व्यवसाय संचालित होते हैं. उन्होंने किसानों से कहा कि मानव खाद्य में मक्के की जितनी बड़ी भूमिका है उससे कहीं अधिक पशुओं के चारे में इसकी उपयोगिता है.
पशु स्वास्थ्य को लेकर पशु चिकित्सक ने पशुपालकों को पशुओं के रखरखाव की जानकारी देते हुए कहा कि पशुओं में होनेवाली खुरहां मुंहपा एक छुतही बहमारी है, जो मवेशियों को अपना शिकार बनाती है. इस रोग से मरनेवाले पशुओं की संख्या नगण्य होती है़ उन्होंने कहा कि जो पशु इसकी चपेट में आ जाता या दूसरे पशु के स्वस्थ हो जाने के बाद भी वे पशु कमजोर बने रहते हैं, जिसके कारण पशुपालकों की आमदनी पर बुरा प्रभाव पड़ता है. उन्होंने कहा कि यह वाइरस यानी विषाणु से होता है.
पशु के बीमार होने पर इलाज करने के बजाय इसके बचाव करना बेहतर है. इसलिए इस रोग से बचाव के लिए टीकाकरण कराना चाहिए़ पहला टीका तीन माह की उम्र में, बुस्टर नौ माह की उम्र में एवं वर्ष में दो बार लगाना चाहिए. इसके साथ ही उपस्थित किसानों एवं पशुपालकों के बीच पशुपालन विभाग के द्वारा नि:शुल्क पशुओं की दवा वितरण की गयी. मौके पर कृषि समन्वयक शंकर दयाल यादव, कृषि सलाहकार हरिभगवान प्रसाद, अवध बिहारी सिंह, बृजनंदन सिंह, धीरेंद्र सिंह, आदित्य प्रधान सहित सैकड़ों किसान उपस्थित थे.