डुमरांव : प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों के किसान अपने खेतों में लगनेवाली फसल को नीलगायों के आतंक से बचाने के लिए हर तरह के प्रयास कर रहे हैं. इसको लेकर अधिकतर किसान अपने खेतों में लगनेवाली फसलों को बर्बाद होने से बचाने के लिए दही व लहसुन का घोल बनाकर छिड़काव करने में लग गये हैं. इस समस्या को लेकर कोरानसराय के किसान महेश सिंह, कमला सिंह, जमुना पासवान आदि ने बताया कि कुछ दिनों पहले प्रभात खबर में प्रकाशित खबर को पढ़ने के बाद हम सभी ने दही व लहसुन के घोल को अपने खेतों में छिड़काव करने का मन बनाया ताकि वर्षों से नीलगायों के द्वारा खेतों में लगी फसलों को बर्बाद होने से बचाया जा सके.
किसानों ने बताया कि आर्थिक परेशानियों के बीच रहकर नीलगायों के आतंक से किसानों को फसलों को बचाने में काफी परेशानी उठानी पड़ती है. लोगों ने बताया कि कृषि प्रौद्योगिकी आत्मा के द्वारा किसान चौपाल के दौरान कृषि विभाग के बीटीएम के द्वारा यह जानकारी दी गयी थी, जिसको पढ़कर हम सभी किसानों ने इस तकनीक को परखने का प्रयास किया है. लोगों ने बताया कि अगर यह प्रयास सफल होता है तो आगे और भी किसानों को यह जानकारी देकर जागरूक किया जायेगा. इस विषय पर क्षेत्र के राजापुर निवासी किसान संजय सिंह ने बताया कि इस तरह की जानकारी मिलने के बाद हमने भी करीब 10 बीघे की खेती में इस तकनीक का प्रयोग किया है, जिससे हमें नीलगायों से फसल को बर्बाद होने से बचाने में सफलता मिल रही है.