बक्सर : चक्की प्रखंड स्थित अरक मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक से डीपीओ मध्याह्न भोजन ने करीब तीन लाख रुपये से अधिक की वसूली का आदेश दिया है. इसके लिए डीपीओ मध्याह्न भोजन प्रभारी ने जिला स्थापना को पत्र लिखते हुए तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश दिया. बता दें कि अरक मध्य विद्यालय के एचएम मदन राम ने मध्याह्न भोजन में गड़बड़ी करते हुए सरकारी राशि का गबन किया है. जांच के दौरान यह बात उजागर हुई थी. हद तो यह है कि बीआरसी कार्यालय से सटे इस स्कूल में प्रखंड मध्याह्न भोजन पदाधिकारियों की ओर से भी कोई जांच नहीं की गयी, जिसका फायदा उठाते हुए एचएम ने मनमानी की. डीपीओ मध्याह्न भोजन प्रभारी बृज बिहारी सिंह के इस कार्रवाई से शिक्षा जगत में हड़कंप मच गया है.
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एमडीएम की राशि गटकने वाले गुरुजी से होगी वसूली
बक्सर : चक्की प्रखंड स्थित अरक मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक से डीपीओ मध्याह्न भोजन ने करीब तीन लाख रुपये से अधिक की वसूली का आदेश दिया है. इसके लिए डीपीओ मध्याह्न भोजन प्रभारी ने जिला स्थापना को पत्र लिखते हुए तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश दिया. बता दें कि अरक मध्य विद्यालय के एचएम मदन […]
क्या था मामला : ग्रामीण उदय नारायण सिंह ने डीएम को दिये लिखित आवेदन में कहा था कि विद्यालय की कक्षा एक में 14, दो में 38, तीन में 24, चार में 40, पांच में 46, छह में 69, सात में 55 व आठ में 83 छात्र-छात्राओं का नामांकन है. विद्यालय में 369 बच्चों का नामांकन है. वहीं, एमआइवीएस रिपोर्ट में बच्चों का मध्याह्न भोजन 704 दिखाया जा रहा है. वहीं, पिछले जून माह में हेडमास्टर की ओर से पंद्रह दिनों में प्राथमिक कक्षा में बच्चों की संख्या 4277 दिखायी गयी थी. यदि इसे औसत प्रतिदिन के हिसाब से देखा जाये, तो 285 हो रहा है. वहीं, मध्य विद्यालय में पंद्रह दिनों में बच्चों की उपस्थिति 5431 दिखायी गयी थी. यदि औसत प्रतिदिन के हिसाब से देखा जाये, तो 362 बच्चों की उपस्थिति हो रही है, जिससे यह प्रतित हो रहा है कि एक दिन में 647 बच्चों का मध्याह्न भोजन बनाया जा रहा था. जबकि नामांकन 369 बच्चों का है. हर दिन करीब दौ सौ बच्चे ही उपस्थित रहते थे.
निकाली गयी राशि : मध्याह्न भोजन में पारदर्शिता रखने के लिए सरकार की ओर से इंटरनेट पर सभी बातों को रखा जाता है. इंटरनेट पर एमआइवीएस रिपोर्ट के अनुसार अरक मध्य विद्यालय में प्राइमरी सेक्शन में मध्याह्न भोजन बनाने के लिए पंद्रह दिनों में 24 हजार नौ 90 रुपये खर्च किये गये थे. साथ ही इन बच्चों का चावल बनाने के लिए चार क्विंटल 27 किलोग्राम लगा था. वहीं, मध्य विद्यालय सेक्शन में पंद्रह दिनों में मध्याह्न भोजन बनाने के लिए 36 हजार छह सौ 75 रुपये खर्च किये गये थे. चावल आठ क्विंटल के करीब लगा था.
अधिकारी ने की जांच : मामला उजागर होते ही डीपीओ मध्याह्न भोजन प्रभारी बृज बिहारी सिंह ने अरक मध्य विद्यालय में जाकर मामले की जांच की. जांच के दौरान सभी बातें सही पायी गयीं. डीपीओ ने प्रधानाध्यापक मदन राम से स्पष्टीकरण की मांग की, लेकिन प्रधानाध्यापक ने सहीं स्पष्टीकरण नहीं दिया. इस पर डीपीओ मध्याह्न भोजन प्रभारी बृज बिहारी सिंह ने नियमानुकुल कार्रवाई करते हुए तीन लाख रुपये की वसूली के लिए जिला स्थापना को पत्र लिखा.
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