आरा : मोबाइल सर्विलांस व कॉल डिटेल्स के आधार पर पुलिस के हाथ अपराधियों के गिरेबान तक पहुंच गये. पहले पुलिस ने उपेंद्र के मोबाइल का कॉल डिटेल्स खंगाला और इसके बाद कई अन्य नंबरों का डिटेल निकाला. कॉल डिटेल के आधार पर पुलिस ने कई लोगों से पूछताछ की, जिसमें गिरफ्तार किये गये तीनों […]
आरा : मोबाइल सर्विलांस व कॉल डिटेल्स के आधार पर पुलिस के हाथ अपराधियों के गिरेबान तक पहुंच गये. पहले पुलिस ने उपेंद्र के मोबाइल का कॉल डिटेल्स खंगाला और इसके बाद कई अन्य नंबरों का डिटेल निकाला. कॉल डिटेल के आधार पर पुलिस ने कई लोगों से पूछताछ की, जिसमें गिरफ्तार किये गये तीनों अपराधियों के ठिकाने का पता चला. सबसे पहले पुलिस के चंगुल में संदेश थाना क्षेत्र के फुलाड़ी गांव का रहनेवाला नीरज आया. नीरज के गिरफ्तार होने के बाद ही घटना पर से परदा उठ गया था. पुलिस ने नीरज की निशानदेही पर कन्हाई और निरंजन को भी दबोच लिया.
तीनों ने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली. इस घटना में निरंजन ने लाइनर का काम किया है.
भाड़े पर लिया था जाइलो : बर्थ डे पार्टी में जाने के लिए अपराधियों ने उपेंद्र की जाइलो बुक किया था. इसकी जानकारी पुलिस कप्तान ने दी. एसपी ने बताया कि 24 मार्च को कन्हाई और निरंजन उर्फ गुरु जी ने उपेंद्र की जाइलो को भाड़ा पर ले जाकर लूट की योजना बनायी.
इसके बाद उपेंद्र यादव को कन्हाई ने भाड़े पर लेकर आरा बर्थडे पार्टी में चलने की बात बतायी, जिसके बाद गाड़ी में सवार होकर नीरज और कन्हाई आरा के रास्ते में अजिमाबाद पहुंचे. अजिमाबाद थाना क्षेत्र के नूरपुर पहुंचने के बाद कन्हाई ने उपेंद्र को कहा कि रात के 12 बज चुके हैं. बर्थ डे पार्टी खत्म हो गया होगा. उन लोगों ने उसे वहीं पर रोक कर नीचे उतर कर बात करने लगे. इसी बीच कन्हाई ने पीछे से उपेंद्र पर चाकू से हमला कर दिया और उसकी हत्या कर दी गयी.
70 हजार में ही बेची थी जाइलो : उपेंद्र का शव फेंकने के बाद अपराधी जाइलो लेकर भाग कर बलिया चले गये. वहां सेटिंग नहीं हुई, तो इसके बाद छपरा में जाकर 70 हजार में ही गाड़ी बेच दिया. इसके बाद 20 हजार एडवांस लेकर अपराधी वहां से चले आये. गाड़ी बेचने का काम निरंजन के जिम्मे था.
लड़कियों का शौकीन है कन्हाई : पकड़े गये अपराधियों ने पुलिस के समक्ष बताया कि कन्हाई पटना के एक निजी नर्सिंग होम में गार्ड का काम करता था. कन्हाई लड़कियों को घुमाने और मौज मस्ती करने का शौक रखता था. इस दौरान उसने कई बार पटना से कई गाड़ियों को भाड़े पर लेकर लड़कियों को घुमाता था. इसमें नीरज और निरंजन भी साथ में शामिल रहते थे.
टीम को किया जायेगा पुरस्कृत : घटना के उद्भेदन को लेकर पीरो एसडीपीओ जेपी राय के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया था. इसमें सहार थानाध्यक्ष बीके ब्रजेश, पवना थानाध्यक्ष बलवंत कुमार तथा अजिमाबाद थानाध्यक्ष राजू कुमार शामिल थे. इसके लिए पूरी टीम को पुरस्कृत किया जायेगा.