आरा : सदर अस्पताल में उस समय हंगामा शुरू हो गया, जब अस्पताल के एक डॉक्टर ने ऑपरेशन के लिए मरीज से अपने क्लिनिक पर आने का सुझाव दिया. डॉक्टर की इस कार्यशैली पर मरीज के परिजन भड़क गये और अस्पताल में हंगामा करने लगे. परिजन उग्र हो गये और डॉक्टर पर रुपये मांगने और जबरन क्लिनिक में बुलाने का आरोप लगा रहे थे. लगभग घंटा भर सदर अस्पताल में अफरातफरी का माहौल कायम रहा. बाद में अस्पताल उपाधीक्षक डॉ सतीश कुमार सिन्हा के हस्तक्षेप पर हंगामा शांत हुआ.
जानकारी के अनुसार, धरहरा निवासी कुंदन कुमार गिलटी व बिंदटोली की रहने वाली ललिता देवी बच्चेदानी का ऑपरेशन कराने सदर अस्पताल आयी थीं. डॉक्टर से मिलने के बाद मरीजों ने अपनी समस्या बतायी, तो अस्पताल के दो डॉक्टरों ने उन दोनों से ऑपरेशन के नाम पर पैसे की मांग कर दी. इसके साथ ही दोनों मरीजों को अपने प्राइवेट क्लिनिक में चलने पर कम फीस में ऑपरेशन कर दिये जाने का भी हवाला दिया. मरीजों ने बताया कि
दोनों डॉक्टरों ने कहा कि यहां पर ऑपरेशन की व्यवस्था नहीं है. प्राइवेट क्लिनिक में इलाज भी सही से होगा. इससे मरीज व उनके परिजन भड़क गये और हंगामा करने लगे. हंगामा कर रहे मरीज के परिजन अस्पताल उपाधीक्षक के कार्यालय के समीप भी पहुंच गये और हो-हल्ला मचाने लगे. अस्पताल उपाधीक्षक डॉ सतीश कुमार सिन्हा ने लोगों को समझा कर मामले को शांत कराया.