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किसानों ने की 23 लाख रुपये के उपकरणों की खरीदारी

आरा : वीर कुंवर सिंह मैदान में आयोजित दो दिवसीय कृषि यांत्रिकीकरण सह किसान मेले का शुक्रवार को समापन हो गया. कृषि मेले में दूसरे दिन किसानों की संख्या उम्मीद से कम थी और कई स्टॉल भी खाली नजर आ रहे थे. मेले में किसानों द्वारा 23 लाख के उपकरणों की खरीदारी की गयी. वहीं, […]

आरा : वीर कुंवर सिंह मैदान में आयोजित दो दिवसीय कृषि यांत्रिकीकरण सह किसान मेले का शुक्रवार को समापन हो गया. कृषि मेले में दूसरे दिन किसानों की संख्या उम्मीद से कम थी और कई स्टॉल भी खाली नजर आ रहे थे. मेले में किसानों द्वारा 23 लाख के उपकरणों की खरीदारी की गयी.
वहीं, लगभग 150 किसानों ने कृषि यंत्रों के लिए मेले में निबंधन कराया. मेले में किसानों ने कृषि से संबंधित आधुनिक कृषि यंत्रों की खरीदारी की. वहीं, काफी किसानों ने कृषि यंत्रों की खरीदारी के लिए निबंधन कराया. मेले में किसानों की सुविधा को देखते हुए निबंधन के लिए व्यवस्था की गयी थी. हालांकि मेले में किसानों की संख्या उम्मीद के अनुकूल नहीं थी. मेले में कृषि यंत्रों से संबंधित कई दुकानदारों ने स्टॉल लगाये थे. वहीं, कई विभागों द्वारा भी स्टॉल लगाये गये थे. इस दौरान किसान गोष्ठी का भी आयोजन कर किसानों को कृषि से संबंधित आधुनिक तकनीक व कृषि यांत्रिकीकरण के बारे में बताया गया.
लगाये गये थे कुल 41 स्टॉल : कृषि यांत्रिकीकरण सह किसान मेले में कुल 41 स्टॉल लगाये गये थे, जिसमें सुधा डेयरी, मत्स्य विभाग, किर्लोस्कर, राइस पोलिसर, थ्रेसर, डिस्क हैरो, जीरो टिलेज, रिफर कंबाइडर, स्ट्रारीपर, धातु कोठिला, पंप सेट, चाराकल, नेप सेक, पावर डास्टर, स्प्रेयर, रोटा बेटर, उद्यान, मिट्टी जांच प्रयोगशाला सहित अन्य यंत्रों के स्टॉल थे, पर यंत्रों की संख्या कम होने के कारण किसानों के पास मनपसंद यंत्र खरीदने के लिए विकल्प की कमी थी.
मेले में खाली थे 10 स्टॉल : वीर कुंवर सिंह मैदान में आयोजित किये गये कृषि मेले में लगाये गये 41 स्टॉलों में 10 स्टॉल खाली थे. इन स्टॉलों में किसी भी दुकानदार या विभाग द्वारा कुछ भी नहीं रखा गया था और न ही उसमें किसानों के लिए कोई जानकारी दी जा रही थी. खाली स्टॉलों के कारण किसानों को अपेक्षित लाभ नहीं मिल पाने से उनके बीच काफी निराशा का माहौल कायम था. किसानों का कहना था कि इन स्टॉलों में भी कृषि यंत्रों की दुकान लगायी गयी होती, तो काफी लाभ होता.
कुछ स्टॉलों पर केवल बैनर, तो कुछ में गिनती के सामान : कृषि यांत्रिकीकरण मेले में कई ऐसे भी स्टॉल थे, जिनमें केवल बैनर लगे हुए थे, लेकिन उसमें किसानों के लिए कुछ भी नहीं था.
बैनर ही स्टॉल की शोभा बढ़ा रहे थे. विकास स्टील इंडस्ट्रीज के स्टॉल में केवल बैनर लगा था. उसमें इंडस्ट्रीज का कोई भी प्रोडक्ट रखा हुआ नहीं था. वहीं, किर्लोस्कर के स्टॉल में मात्र एक मोटर रखा हुआ था. वह भी क्राम्पटन ग्रीब्स का. मत्स्य विभाग के स्टॉल में किसी भी तरह के मछली के नमूने या उसकी जानकारी देने वाले विशेषज्ञ नहीं थे. इससे किसानों को कोई लाभ नहीं मिल पाया. मिट्टी जांच प्रयोगशाला का स्टॉल केवल शोभा की वस्तु बना हुआ था.
आयोजित की गयी गोष्ठी : किसानों की सुविधा के लिए व उन्हें आधुनिक तकनीक की जानकारी देने के लिए किसान गोष्ठी का आयोजन मेले में किया गया. मौके पर कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों ने किसानों को विभिन्न तरह के कृषि एवं कृषि यंत्रों के बारे में विस्तार से जानकारी दी.
गोष्ठी में कृषि विज्ञान केंद्र के समन्वयक डॉ पीके द्विवेदी ने किसानों को फलों की बगबानी व दलहनी फसलों के विकास को लेकर जानकारी दी गयी, जबकि पशुपालन प्रबंधक ने चारा के बारे में विस्तार से बताया. डीएओ संजयनाथ तिवारी ने किसानों से विभाग द्वारा चलायी जा रही योजनाओं का लाभ लेने की अपील की. मौके पर डॉ सुप्रिया वर्मा, अनुमंडल कृषि पदाधिकारी अशोक कुमार सिंह आदि उपस्थित थे. मंच संचालन व धन्यवाद ज्ञापन आत्मा के उपपरियोजना निदेशक राणा राजीव रंजन कुमार ने किया.

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