दुस्साहस. बड़हरा थाने के मोहनपुर करजा गांव में वारदात को दिया गया अंजाम
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अपहृत मासूम की हत्या, कुएं से मिला शव
दुस्साहस. बड़हरा थाने के मोहनपुर करजा गांव में वारदात को दिया गया अंजाम आरा : अपहरण के बाद तीन साल के एक मासूम को कुएं में फेंक कर मार डाला. बड़हरा थाने के मोहनपुर करजा गांव में वारदात को अंजाम दिया गया. मृत बच्चा मोहनपुर करजा निवासी उपेंद्र सिंह का तीन वर्षीय पुत्र युवराज कुमार […]
आरा : अपहरण के बाद तीन साल के एक मासूम को कुएं में फेंक कर मार डाला. बड़हरा थाने के मोहनपुर करजा गांव में वारदात को अंजाम दिया गया. मृत बच्चा मोहनपुर करजा निवासी उपेंद्र सिंह का तीन वर्षीय पुत्र युवराज कुमार सिंह बताया जा रहा है. कुएं से शव निकालने के बाद पुलिस द्वारा सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम कराया गया. बच्चे का शव कुएं से मिलने के बाद गांव में सनसनी फैल गयी. मौके पर बड़हरा थाने की पुलिस भी पहुंची हुई थी. अपहरण व हत्या के इस मामले को सुलझाने में पुलिस जुट गयी है.
बताया जा रहा है कि 28 दिसंबर को मोहनपुर करजा निवासी उपेंद्र सिंह का तीन वर्षीय पुत्र युवराज गांव में स्थित काली मंदिर के पास खेल रहा था. इसके बाद वह अचानक गायब हो गया. बच्चे को खोजने के बाद परिजन पुलिस के पास पहुंचे, तो पुलिस द्वारा 29 दिसंबर को इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज की गयी. इसके बाद बच्चे की तलाश शुरू हुई, लेकिन सफलता नहीं मिली. चार दिन बाद मंगलवार की सुबह अचानक गांव के कुएं में बच्चे का शव दिखा. इसके बाद पूरे गांव में अफरातफरी मच गयी. पुलिस के पहुंचने के बाद कुएं से शव को निकाला गया और पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा गया. वहीं, परिजन अपहरण कर हत्या का आरोप लगा रहे हैं. परिजनों का कहना है कि मंदिर से कुएं की दूरी काफी ज्यादा है.
मासूम बेटे का शव देख बेसुध हो गिर पड़ी रानी : मासूम बेटे का शव देखने के बाद उसकी मां रानी देवी बेसुध होकर गिर पडी. पूरा माहौल गमगीन हो गया है और घर में मातम पसर गया है. मां-बाप का लाडला और भाई-बहनों में सबसे छोटा युवराज की मौत से पूरा परिवार बिलख-बिलख कर रो रहा था. सबसे बुरा हाल मासूम की मां रानी देवी का है. मां की आंख से आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहा है. वहीं, पिता उपेंद्र सिंह को तो बेटे का शव देख कर काठ मार गया है. उपेंद्र सिंह के तीन बच्चों में युवराज सबसे छोटा था. सबसे बड़ी बेटी निधि और निधि से छोटा भाई प्रिंस है. दोनों बच्चे भी भाई की मौत पर आंसू बहा रहे हैं.
मौत के बाद अस्पताल में जुटी लोगों की भीड़ व बच्चे का फाइल फोटो (इनसेट).
28 दिसंबर को गांव के मंदिर के पास खेलने के दौरान गायब हो गया था बच्चा
शव देख कुएं के पास ग्रामीणों की लगी भीड़
कुएं में शव होने की खबर जैसे ही गांव में फैली ग्रामीणों की भीड़ एकत्रित हो गयी. पुरुष के साथ महिलाएं और बच्चे भी काफी संख्या में वहां पहुंच गये थे. शव देख कर लोगों ने अंदाजा लगाना शुरू कर दिया कि शायद यह कई दिनों से गायब युवराज का ही है. सूचना पर पहुंची पुलिस शव को बाहर निकलवाया. शव की हालत काफी खराब हो चुकी है.
पांच दिनों तक खाक छानती रही पुलिस
युवराज के गायब होने के पांच दिनों बाद तक बड़हरा थाने की पुलिस खाक छानती रही. पहले तो पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज करने से इनकार कर दिया. बाद में दर्ज की भी, तो पांच दिनों तक कोई सुराग हासिल नहीं हुआ. नतीजा यह हुआ कि परिजनों के हाथ बच्चे का शव लगा. परिजनों ने बताया कि 28 दिसंबर को बच्चा मंदिर के पास खेलने के दौरान गायब हो गया था. जब वह नहीं मिला, तो पुलिस के पास गये. पुलिस ने कोई भी मामला दर्ज नहीं किया. 29 दिसंबर को बच्चा नहीं मिला, तो पुलिस ने गुमशुदगी का मामला दर्ज. इसके बाद भी कोई सुराग नहीं मिला, तो 30 दिसंबर को अपहरण का मामला दर्ज किया. लेकिन पुलिस बच्चे को नहीं खोज पायी. अंतत: बच्चे का शव कुएं से बरामद हुआ. हालांकि पुलिस का मानना है कि बच्चा खेलने के दौरान कुएं में जाकर गिर गया है,
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