परिजनों के गुस्से को देखते हुए भाग खड़े हुए डॉक्टर और कर्मचारी, परिजन के बयान पर डॉक्टर पर एफआइआर
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सदर अस्पताल बना ”अखाड़ा”
परिजनों के गुस्से को देखते हुए भाग खड़े हुए डॉक्टर और कर्मचारी, परिजन के बयान पर डॉक्टर पर एफआइआर मामले की जांच को लेकर डीएम ने बनायी टीम, कहा-जांच में दोषी पाये जाने पर डॉक्टर पर होगी कड़ी कार्रवाई एसडीओ व अवर निर्वाचन पदाधिकारी ने संभाली कमान परिजनों ने इलाज में लापरवाही का लगाया आरोप […]
मामले की जांच को लेकर डीएम ने बनायी टीम, कहा-जांच में दोषी पाये जाने पर डॉक्टर पर होगी कड़ी कार्रवाई एसडीओ व अवर निर्वाचन पदाधिकारी ने संभाली कमान
परिजनों ने इलाज में लापरवाही का लगाया आरोप
आरा : सदर अस्पताल में छात्र की इलाज के दौरान मौत के बाद परिजनों का गुस्सा फुट पड़ा. घटना से आक्रोशित परिजनों ने अस्पताल परिसर में जमकर तोड़-फोड़ की. परिजनों के गुस्से को देखते हुए डाक्टर व अस्पताल के कर्मी जान बचाने के लिए भाग खड़े हुए़ परिजनों का कहना था कि डाक्टर की लापरवाही से छात्र की मौत हुई है. सूचना पाकर मौके पर पहुंचे एसडीओ नवदीप शुक्ला एवं अवर निवार्चन पदाधिकारी विकास कुमार के काफी समझाने-बुझाने के बाद मामला शांत हुआ़ .
मामले को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी डा़ बिरेंद्र प्रसाद यादव ने जांच टीम का गठन एसडीओ के नेतृत्व किया है़ जांच रिपोर्ट में अगर डाक्टर की लापरवाही का मामला सामने आता है, तो उन्हें निलंबित भी किया जा सकता है़ इधर परिजनों ने नगर थाने में डा केएन सिन्हा पर प्राथमिकी दर्ज करायी है़ बताया गया कि कोइलवर थाना क्षेत्र के विशुनपुरा गांव निवासी भरत सिंह का पुत्र मुरारी सिंह कायम नगर के समीप ट्रैक्टर की चपेट में आकर बुरी तरह जख्मी हो गया था़ .
जिसे इलाज के लिए सदर अस्पताल में भरती कराया गया. जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी़ इस घटना के बाद परिजन आक्रोशित हो उठे और डाक्टर पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए जमकर अस्पताल में तोड़-फोड़ की़ जिससे अस्पताल परिसर में अफरातफरी का माहौल कायम हो गया़ .
सूचना पाकर सबसे पहले मौके पर पहुंचे नगर थाना प्रभारी सत्येंद्र कुमार शाही ने आक्रोशित लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन आक्रोशित लोग थानाध्यक्ष के साथ ही उलझ गये़ लोगों ने पुलिस-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए इमरजेंसी कक्ष में लगे चैनल गेट को बंद कर दिया़ इस दौरान आक्रोशित लोग अस्पताल प्रशासन के खिलाफ नारे लगाते रहे.
डीएम बोले, एसडीओ करेंगे मामले की जांच
सदर अस्पताल में इलाज के दौरान छात्र की हुई मौत के बाद तोड-फोड के मामले को जिलाधिकारी ने गंभीरता से लिया है़ मामले की जांच को लेकर एसडीओ के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया है़ जांच रिपोर्ट में इलाज के दौरान अगर डाक्टर की लापरवाही का मामला सामने आता है, तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी़ वहीं परिजनों ने डाक्टर पर नगर थाने में मामला दर्ज कराया है़
डीएस के नेतृत्व में बोर्ड का हुआ गठन : सीएस एसके अमन ने मामले की जांच को लेकर डीएस जेके सिन्हा के नेतृत्व में तीन सदस्यीय डाक्टरों की टीम का गठन किया गया है़ जिसमें डाक्टर प्रतीक सहित एक और डाक्टर को रखा गया है. यह टीम जल्द ही अपनी रिपोर्ट सिविल सर्जन को देगी.
बेटे की मौत से टूट गया विकलांग पिता
बेटे मुरारी की मौत के बाद उसके पिता भरत सिंह पूरी तरह टूट चुके है़ं मां की हृदय विदारक चीत्कार से पूरा सदर अस्पताल परिसर गमगीन हो गया़ भरत सिंह एक पैर से विकलांग हैं और घर की सारी जिम्मेवारी बेटे मुरारी सिंह पर ही थी़ं मृतक के घर कोहराम मचा हुआ है़ वहीं दोषी डाक्टर पर कार्रवाई करने की मांग कर रहे है़ं मरीज की मौत की घटना सदर अस्पताल में कोई पहली बार नहीं है़ इसके पहले भी ऑक्सीजन के अभाव में गत दिनों चरपोखरी की एक महिला की मौत हो गयी थी़ उस वक्त भी काफी हंगामा हुआ था़
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