उदासीनता . पेट्रोल पंपों पर सरकारी फरमान बेअसर
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मिलावटी तेल व घटतौली से परेशान हैं उपभोक्ता
उदासीनता . पेट्रोल पंपों पर सरकारी फरमान बेअसर उपभोक्ताओं को नहीं मिल रहीं सुविधाएं जिले में हैं कुल 72 पेट्रोल पंप आरा : जिले के पेट्रोल पंपों पर सरकारी फरमान पूरी तरह बेअसर है. उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए सरकार ने पेट्रोल पंपों पर कई तरह की नि:शुल्क सेवाएं देने का आदेश जारी किया है, […]
उपभोक्ताओं को नहीं मिल रहीं सुविधाएं
जिले में हैं कुल 72 पेट्रोल पंप
आरा : जिले के पेट्रोल पंपों पर सरकारी फरमान पूरी तरह बेअसर है. उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए सरकार ने पेट्रोल पंपों पर कई तरह की नि:शुल्क सेवाएं देने का आदेश जारी किया है, पर पेट्रोल पंप मालिकों द्वारा उपभोक्ताओं को सुविधाएं नहीं दी जा रही है. इससे उपभोक्ताओं को काफी परेशानी हो रही है. इतना ही नहीं, कई पेट्रोल पंपों पर तेल में मिलावट करके उपभोक्ताओं को दिया जा रहा है. वहीं वजन में भी काफी गड़बड़ी की जा रही है. इससे उपभोक्ताओं को काफी परेशानी हो रही है,
पर इसकी रोकथाम के लिए प्रशासन द्वारा कोई कारगर उपाय नहीं किये जा रहे हैं. वहीं तेल कंपनियों द्वारा भी इसकी जांच कर उचित कार्रवाई नहीं की जा रही है. इस कारण पेट्रोल पंप मालिक मनमाने ढंग से पेट्रोल पंप का संचालन कर रहे हैं और उपभोक्ताओं को चूना लगा रहे हैं. इसे लेकर उपभोक्ताओं में मायूसी तथा आक्रोश व्याप्त है. वहीं शिकायत करने पर भी इसकी सुनवाई नहीं होती है. जिले भर में विभिन्न तेल कंपनियों के 72 पेट्रोल पंप है, जहां से प्रतिदिन उपभोक्ताओं द्वारा हजारों लीटर पेट्रोल व डीजल खरीदा जाता है, पर गड़बड़ी के कारण प्रतिदिन उपभोक्ताओं को हजारों की चपत लग रहा है.
शौचालय व आरओ की नहीं है व्यवस्था: पेट्रोल पंप मालिकों को उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए शौचालय की व्यवस्था करनी है. वहीं पीने के शुद्ध पानी के लिए आरओ या वाटरकूलर की व्यवस्था करनी है, पर जिले के अधिकतर पेट्रोल पंपों पर उसकी व्यवस्था नहीं की गयी है. जहां शौचालय की व्यवस्था है. वहां भी शौचालय काफी गंदा रहता है तथा उसमें पानी भरा रहता है. इससे उपभोक्ताओं को काफी परेशानी होती है.
मिलावटी तेल व घटतौली से परेशान हैं उपभोक्ता: पेट्रोल पंपों पर धड़ल्ले से मिलावटी तेल उपभोक्ताओं को दिये जा रहे है. इससे उपभोक्ताओं के वाहन खराब होने का भय बना रहता है. इतना ही नहीं तेल भी कम मात्रा में दिया जाता है. मिलावटी तेल व घटतौली से वाहन मालिक काफी परेशान है. कई वाहन मालिक माइलेज कम होने पर वाहन निर्माता कंपनियों के कोसते हैं, पर पेट्रोल पंपों की घटतौली पर उनका ध्यान नहीं जाता है.
इमरजेंसी कॉल की नहीं है सुविधा
नियमानुसार उपभोक्ताओं को एक इमरजेंसी कॉल मुफ्त में पेट्रोल पंप के मालिकों द्वारा दिया जाना है, पर अधिकतर पेट्रोल पंपों पर इसकी सुविधा उपभोक्ताओं को नहीं दी जा रही है.
नहीं दी जाती है कंप्लेंट बुक
उपभोक्ता किसी तरह की शिकायत पेट्रोल पंप पर अंकित करना चाहता है, तो उसे पेट्रोल पंप मालिक द्वारा कंप्लेंट बुक नहीं दी जाती है, जो सरकारी नियम के विरुद्ध है. उपभोक्ताओं कंप्लेंट बुक दिया जाना चाहिए.
माप-तौल विभाग है निष्क्रिय
माप-तौल विभाग निष्क्रिय है. पेट्रोल पंपों पर मीटर व वजन की जांच नहीं की जाती है. इससे उपभोक्ताओं को काफी चूना लग रहा है. प्रति माह उपभोक्ताओं द्वारा लाखों लीटर तेल दिया जाता है. इससे उपभोक्ताओं को गड़बड़ी के कारण लाखों रुपये की राजस्व की क्षति होती है.
तेल कंपनियों के अधिकारी करते हैं खानापूर्ति
तेल कंपनियों के अधिकारियों द्वारा जांच का नियम है, पर इन अधिकारियों द्वारा जांच के नाम पर केवल खानापूर्ति की जाती है. इससे पेट्रोल पंप मालिक लगातार मनमानी करते हैं.
फर्स्ट एड बॉक्स की है कमी
जिले के कई पेट्रोल पंपों पर नियमानुसार फर्स्ट एड बॉक्स की व्यवस्था की गयी है. वहीं कई पेट्रोल पंपों पर इसकी व्यवस्था नहीं की गयी है. हालांकि जिन पेट्रोल पंपों पर फर्स्ट एड बॉक्स की व्यवस्था है. वहां भी ग्राहकों को इसका लाभ नहीं दिया जाता है. फर्स्ट एड बॉक्स में पुरानी दवाओं को नहीं रखने का नियम है.
क्या कहते हैं अधिकारी
जांच नहीं की गयी है, पर अगले दो-तीन दिनों के अंदर पेट्रोल पंपों की जांच की जायेगी तथा गड़बड़ी पाये जाने पर उनके विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी. उनका लाइसेंस भी रद्द किया जायेगा.
अरविंद कुमार सिंह, आपूर्ति पदाधिकारी
नहीं मिल रही है फ्री हवा व जांच की सुविधा
सरकार द्वारा सभी पेट्रोल पंपों पर वाहन मालिकों के वाहनों में नि:शुल्क हवा जांच व हवा भरने की व्यवस्था करने का निर्देश जारी है. इसके लिए पेट्रोल पंप मालिकों को इसकी मशीन पेट्रोल पंप पर रखना है. वह भी इस तरह कि वाहन मालिकों को सुविधाजनक तरीके से इसकी सुविधा मिल सके, पर जिले के कई पेट्रोल पंपों हालांकि उसके लिए मशीन रखी गयी है. वहीं कई पेट्रोल पंपों पर इसकी सुविधा नहीं दी जा रही है. इसके लिए पेट्रोल पंप पर अलग से कर्मचारी नियुक्त करना है, पर ऐसा नहीं हो रहा है. जहां इसकी सुविधा उपलब्ध है. वहां भी वाहन मालिकों से स्वयं ही हवा की जांच तथा हवा भरने को कहा जाता है.
नियम विरुद्ध ड्रमों में भी दिया जा रहा तेल
नियमानुसार पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल व डीजल केवल वाहनों में ही देना है, पर इसका पालन नहीं हो रहा है. पेट्रोल पंप मालिकों द्वारा ड्रमों सहित अन्य डिब्बों में भी तेल दिया जा रहा है. इससे कभी भी दुर्घटना होने की आशंका बनी रहती है. पेट्रोल पंप के आस-पास लोगों को दुर्घटनाओं का भय सताते रहता है.
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