आरा : एनएच 84 पर शनिवार की शाम सिटी राइड बस व बाइक की सीधी टक्कर में दो युवकों की दर्दनाक मौत हो गयी. इस घटना से गुस्साये लोगों ने पटना-बक्सर मुख्य मार्ग को तीन घंटे तक जाम कर दिया. दोनों युवकों की पहचान गजरागंज ओपी थाना के छोटकी सासाराम निवासी ओमप्रकाश तिवारी का पुत्र […]
आरा : एनएच 84 पर शनिवार की शाम सिटी राइड बस व बाइक की सीधी टक्कर में दो युवकों की दर्दनाक मौत हो गयी. इस घटना से गुस्साये लोगों ने पटना-बक्सर मुख्य मार्ग को तीन घंटे तक जाम कर दिया. दोनों युवकों की पहचान गजरागंज ओपी थाना के छोटकी सासाराम निवासी ओमप्रकाश तिवारी का पुत्र रामाकांत तिवारी व दूसरा गजराजगंज ओपी के महुली गांव निवासी वामदेव मिश्रा का पुत्र मनोज मिश्रा का पुत्र है. जानकारी के मुताबिक दोनों युवक एक बाइक पर सवार होकर पौधे लेकर आरा से अपने गांव जा रहे थे.
इसी बीच कारीसाथ शिवमंदिर के समीप बिहिया की ओर से तेज रफ्तार से जा रही सिटी राइड बस ने सामने से टक्कर मार दी. इसके कारण दोनों युवक उछलकर काफी दूर जाकर गिरे. स्थानीय लोग मदद के लिए मौके पर पहुंचे, तो देखा कि दोनों की मौत हो गयी. इसके बाद इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दी गयी. वहीं पॉकेट में मिले मोबाइल के आधार पर घर वालों को भी बताया गया.
मौत की सूचना मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया. इधर, पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से सीटी राइड बस पकड़ लिया. हालांकि चालक भागने में कामयाब रहा. पुलिस चालक को नहीं पकड़ सकी. तीन घंटे तक एनएच 84 पर जाम लगा रहा. जाम कर रहे लोग कार्रवाई व मुआवजे की मांग कर रहे थे. पुलिस के काफी समझाने-बुझाने लोगों ने जाम हटाया. इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए आरा सदर अस्पताल भेजा गया.
पांच किलोमीटर तक लगी लंबी कतार
दुर्घटना के बाद एनएच 84 पर करीब पांच किलोमीटर जाम लग गया. जाम के कारण सैकड़ों वाहन फंसे हुए थे. बकरीद होने की वजह से बाकी दिनों से ज्यादा सड़क पर ट्रैफिक थी. जाम में रोगी से लेकर ट्रेन पकड़ने वाले लोग फंसे रहे. कई ऐसे लोग थे, जिन्हें इलाज के लिए जाना था, लेकिन वो समय पर नहीं पहुंच पाये. वहीं कई लोग स्टेशन से जाकर ट्रेन पकड़ने वाले थे, लेकिन जाम में फंसने के कारण वे लोग समय पर स्टेशन नहीं पहुंच पाये. इसके कारण लोगों की ट्रेन छुट गयी. उनलोगों को बीच में अपनी यात्रा रद्द करनी पड़ी.
चंदवा के पास लगा जाम
जाम हटने के बाद चंदवा बाइपास में जाम की स्थिति पैदा हो गयी. बारिश के बाद पहले से ही शहर की ट्रैफिक व्यवस्था ध्वस्त थी. ऐसे में अचानक बक्सर की ओर से सैकड़ों वाहन आ गये. शहर में प्रवेश द्वार पर ही जाम लग जाने के कारण लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. पुलिस के काफी मशक्कत के बाद धीरे-धीरे वाहनों की आवाजाही शुरु हो गयी. देर रात तक बाइपास में रुक-रुककर जाम लगता रहा.
चार बेटे-बेटियों के सिर से उठा पिता का साया
मनोज की मौत से चार बेटे व बेटियों के सिर से पिता का साया उठ गया है. उसके दो बेटे व दो बेटियां है. दोनों बेटे आशीष व मनीष है. वहीं बेटियां काजल व कृतिका है. अपने पापा की मौत से आहत इन मासूमों के आंखों से आंसूओं की बरसात हो रही थी. वह अपने चाचा व दादा से पूछ रही थी कि पापा कब आयेंगे, लेकिन कोई कुछ बोल नहीं रहा था. खुलकर ये बताने की किसी की हिम्मत नहीं हो रही थी कि बेटा तुम्हारे पापा अब इस दुनिया में नहीं रहे.
बाइक सहित 10 फुट ऊपर उड़ गये दोनों : एनएच 84 पर बाइक व बस की सीधी हुई टक्कर इतनी जोरदार थी कि देखनेवालों की आंखें फटी रह गयीं. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि करीब दस फुट ऊपर बाइक उड़ गयी और दोनों दूर-दूर जाकर गिर गये. गिरने के बाद दोनों का शरीर बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया चुका था. मौके पर पहुंच कर लोगों ने देखा तो दोनों की घटनास्थल पर ही मौत हो चुकी थी. घटना की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगायी जा सकती है कि दोनों के चेहरे सही तरीके से पहचान में नहीं आ रहे थे.