पीरो : कथा सम्राट व महान उपन्यासकार मुंशी प्रेमचंद की जयंती के अवसर पर उन्हें श्रद्धा के साथ याद किया गया. इस मौके पर अनुमंडल के विभिन्न शैक्षणिक व साहित्यिक संस्थाओं तथा शिक्षण केंद्रों में कार्यक्रम आयोजित कर उन्हें श्रद्धाजंलि दी गयी. पीरो में जन चेतना मंच की ओर से आयोजित जंयती समारोह में डा कुंदन पटेल, डॉ रमेशानंद जी,
अरूण कुमार सिंह, प्रो गुप्तेश्वर उपाध्याय, संजीव कुमार सुमन, डॉ पवन कुमार सिंह, सुदर्शन सिंह सहित अन्य लोगों ने मुंशी प्रेमचंद के कृतित्व की चर्चा करते हुए उन्हें सच्चे अर्थों में सरस्वती का वरद पुत्र करार दिया. विद्वत जनो ने कहा कि मुंशी प्रेमचंद की के उपन्यास व कहानियां आम लोगों के जीवन से जुडी हुई है जिसमें उन्होंने बडे जीवंत तरीके से समाज में व्याप्त विसंगतियों को उकेरा है. इधर स्थानीय ज्ञानोदय सेंट्रल स्कूल में मुंशी प्रेमचंद की जयंती पर छात्र छात्राओं के बीच निबंध व कहानी लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें सैकडों की संख्या में छात्र छात्राओं ने भाग लिया.
इस मौके पर विद्यालय के हिंदी शिक्षक राम प्रवेश मिश्रा ने मुंशी प्रेमचंद के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सच कहा जाये, तो मुंशी प्रेमचंद जनवादी लेखक थे जिन्होंने सामाजिक कुरीतियों व समाज में फैले दमन, शोषण व अत्याचार के खिलाफ आवाज बुलंद की है. यहां आयोजित जयंती समारोह में हरेंद्र सिंह, जमुना तिवारी, नाजिया खान, प्रेमचंद राम, विनोद शर्मा सहित अन्य लोगों ने अपने विचार प्रकट किये. अनुमंडल के दूसरे कई विद्यालयों में अलग- अलग कार्यक्रम आयोजित कर मुंशी प्रेमचंद को याद करते हुए उन्हें ग्रामीण जीवन का चतुर चितेरा बताया गया. दूसरी ओर उपेन्द्र सिंह की अध्यक्षता में स्थानीय धर्मशाला परिसर में आयोजित मुंशी प्रेमचंद की जयंती कार्यक्रम में लक्ष्मण प्रसाद आजाद, शेर मोहम्मद खान, आशा देवी, जयनारायण राम, वीरेंद्र सिंह, वीरेंद्र मधेशिया, अनिल मेहता सहित अन्य लोगों ने मुंशी प्रेमचंद के छायाचित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी.