गिरोकांत पत्नी को जमशेदपुर ले जाना चाहता था, पत्नी नहीं जाना चाहती थी. कुछ महीने पहले गांव में इसको लेकर पंचायत भी हुई थी. गोड्डा में जहां गिरोकांत खून से लथपथ मिला था, वहां कोई हथियार या औजार बरामद नहीं हुआ था.
इसके बाद उसकी आत्महत्या प्रकरण पर सवाल उठने लगे थे. चर्चा यह भी था कि गिरोकांत को नशीला पदार्थ खिला कर किसी ने धारदार हथियार से बुरी तरह वार किया और मरा समझ छोड़ दिया. मामले को दूसरा मोड़ देने के लिए सुसाइड नोट का सहारा लिया. चूंकि गिरोकांत अवसाद का इलाज करा रहा था, इसलिए मामले में ज्यादा जांच नहीं हो पायी. गिरो की पत्नी ने भी ऐसी आशंका व्यक्त की थी.
भागलपुर : एएसआइ गिरोकांत के द्वारा आत्महत्या के प्रयास के बाद गोड्डा में मिले सुसाइड नोट पर सवाल उठता दिख रहा है. मंगलवार की शाम जेएलएनएमसीएच में सर्जरी विभाग की खिड़की से कूद कर आत्महत्या करने वाले एएसआइ गिरोकांत मुर्मू ने इससे पहले पांच मई को गोड्डा के पथरगामा में खुद पर धारदार हथियार चलाया था जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया था.
बताया जा रहा है कि वहां पर उसके पास से एक सुसाइड नोट भी मिला था. उसमें लिखा हुआ था कि उसकी पत्नी का 2011 से किसी एंथनी मरांडी से अवैध संबंध है.
गोड्डा में मिला सुसाइड नोट…
उस सुसाइड नोट को देख कर गिरोकांत के परिजनों का कहना है कि वह सुसाइड नोट गिरोकांत मुर्मू का लिखा हुआ नहीं है. गिरोकांत की बेटी रितु ने बताया कि उसके पापा की लिखावट ऐसी थी कि किसी के लिए समझ पाना मुश्किल हो जाता पर सुसाइड नोट एकदम साफ-साफ शब्दों में लिखा हुआ है जैसा वे नहीं लिख सकते. ऐसे में सवाल है कि अगर सुसाइड नोट गिरोकांत ने नहीं लिखी तो इसके पीछे कौन हो सकता है. इसके पीछे किसकी और क्यों साजिश हो सकती है. क्या उसके सुसाइड नोट की राइटिंग एक्सपर्ट से जांच करायी गयी.
पत्नी जमशेदपुर जाकर नहीं रहना चाहती थी, गांव में पंचायत भी हुई थी
गिरोकांत का उसकी पत्नी आग्नेस से अच्छे संबंध नहीं थे. आग्नेस पाकुड़ के एक इंगलिश मीडियम स्कूल में शिक्षिका है. वह अपने बच्चों को वहीं रखती है. उसके कुछ और रिश्तेदार वहीं रहते हैं. एएसआइ की पोस्टिंग जमशेदपुर के टेल्को थाना में थी. वह अपनी पत्नी और बच्चे को वहीं ले जाकर रखना चाहता था. पत्नी अपने बच्चे की पढ़ाई का हवाला देकर फिलहाल स्थायी रूप से जमशेदपुर शिफ्ट होना नहीं चाह रही थी. इस बात को लेकर दोनों कुछ तनाव हुआ तो गोड्डा स्थित उसके पुश्तैनी गांव घटियारी में पंचायत भी की गयी. आग्नेस का कहना है कि बाद में वह जमशेदपुर रेगुलर जाने लगी. पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे गिरोकांत के चचेरे भाई जयकांत मुर्मू और बैठका मुर्मू ने कहा कि गिरोकांत का पत्नी से संबंध मधुर नहीं थे.
छठी क्लास से एक-दूसरे काे जानते थे, इस उम्र में क्या करूंगी मैं
गिरोकांत की पत्नी आग्नेस का कहना है कि वह छठी क्लास में पढ़ती थी तभी से वह गिरोकांत को जान रही है. दोनों के बीच प्रेम संबंध रहा था. उसके बाद दाेनों ने शादी कर ली. उसका कहना है कि पति उसे हर महीने आठ हजार रुपये भेजता था. उसके बच्चे की पढ़ाई की फीस हर महीने छह हजार का था. वह जिस स्कूल में शिक्षिका है वहां से उसे छह हजार सैलरी मिलती है. आग्नेस का कहना है कि वह किसी एंथनी को नहीं जानती.
घटना के पीछे साजिस की बू
गोड्डा में जहां गिरोकांत खून से लथपथ मिला था, वहां कोई हथियार या औजार बरामद नहीं हुआ था. इसके बाद उसकी आत्महत्या प्रकरण पर सवाल उठने लगे थे. चर्चा यह भी था कि गिरोकांत को नशीला पदार्थ खिला कर किसी ने धारदार हथियार से बुरी तरह वार किया और मरा समझ छोड़ दिया. मामले को दूसरा मोड़ देने के लिए सुसाइड नोट का सहारा लिया. चूंकि गिरोकांत अवसाद का इलाज करा रहा था, इसलिए मामले में ज्यादा जांच नहीं हो पायी. गिरो की पत्नी ने भी ऐसी आशंका व्यक्त की थी.
बॉक्स मैटर
23 जनवरी को जमशेदपुर में चाकू से खुद का गला रेत लिया था
मंगलवार को भागलपुर में इलाज के दौरान अस्पताल की खिड़की से कूदकर जान दे देने वाले टेल्को थाना में पदस्थापित सहायक अवर निरीक्षक गिरोकांत मुर्मू ने 23 जनवरी 2017 (सोमवार) को देर शाम जमशेदपुर के टेल्को थाना के सामने स्थित अपने क्वार्टर में चाकू से खुद का गला रेत जान देने की कोशिश की थी. घटना के दौरान वह खून से लथपथ टेल्को थाने में पहुंचा और तड़पते हुए सिरिस्ता से लेकर पूरे कैंपस में दौड़ता रहा.
थाने में मौजूद पुलिस कर्मियों ने उसे पकड़ा और टीएमएच में भरती कराया. बताया गया कि एएसआइ पिछले कुछ दिनों से काफी तनाव में रहता था. तनाव का कारण पूछने पर भी कुछ नहीं बताता था. घटना के संबंध में पत्नी ने बताया था कि उस दिन पति रात लगभग सवा आठ बजे मेस से खाना लेकर आया. थोड़ी देर में वह बिस्तर लगाने चली गयी.
इस बीच पति गिरोकांत कीचन में चला गया. अचानक चिल्लाने की आवाज पर वह किचन में गयी, तो देखा कि चाकू से गला काट लिया है. वह बचाने की कोशिश की, तो उसने कहा कि मुझे अब नहीं जीना है. तुम बच्चों का ख्याल रखना. इसके बाद वह भागते हुए टेल्को थोन की ओर चला गया.
एएसआइ गिरोकांत मुर्मू ने मंगलवार शाम चार बजे जेएलएनएमसीएच के सर्जरी विभाग की खिड़की से कूद कर आत्महत्या कर ली थी
इससे पहले भी पांच मई को गिरोकांत ने गोड्डा के पथरगामा में धारदार हथियार से अपने गले और पेट में घोप लिया था
गोड्डा से मिले सुसाइड नोट में उसने अपनी पत्नी का किसी अंथोनी से अवैध संबंध की बात की पर एएसआइ के परिजनों का कहना है कि सुसाइड नोट गिरोकांत की राइटिंग में नहीं है