भागलपुर : एक ओर जहां नगर निगम के द्वारा शहर में कई योजना को धरातल पर उतारने का काम शुरू किया गया है, वहीं दूसरी ओर निगम राजस्व की वसूली को लेकर शांत है. साल भर पहले निगम की ओर से शहर के सभी लॉजों के सर्वे की बात हुई थी. यह निर्णय चार साल […]
भागलपुर : एक ओर जहां नगर निगम के द्वारा शहर में कई योजना को धरातल पर उतारने का काम शुरू किया गया है, वहीं दूसरी ओर निगम राजस्व की वसूली को लेकर शांत है. साल भर पहले निगम की ओर से शहर के सभी लॉजों के सर्वे की बात हुई थी. यह निर्णय चार साल पहले भी निगम लिया गया था. लेकिन इस निर्णय पर कुछ नहीं हुआ.
वर्तमान में शहर में निगम के पास जितने लॉज सूचीबद्ध है उससे अधिक नये लॉज निर्माण हो गये हैं, जिससे निगम को राजस्व की प्राप्ति नहीं होती है. दो माह पहले निगम के नये टैक्स प्रभारी जय प्रकाश यादव ने लॉज के अलावा हर वार्ड में बने नये मकानों के सर्वे का काम शुरू कराया गया है.
सर्वे पूरा होने के बाद नये बने लॉज और मकानों की सूची बनायी जायेगी जिससे निगम टैक्स वसूली करेगा. निगम शहर के सभी 51 वार्डों से 73,396 होल्डिंग से टैक्स की वसूली करता है. हर साल निगम इन होल्डिंग से तकरीबन आठ करोड़ की राशि राजस्व के रूप में वसूली करता है और निगम के आंतरिक संसाधन मद से शहर का विकास करता है.
आवासीय जमीन हो रहा है व्यावसायिक उपयोग : शहर में हजारों एेसे मकान हैं जिनकी रसीद आवासीय की कटती है और उसका उपयोग व्यावसायिक हो रहा है. इससे हर माह निगम को लाखों रुपये राजस्व का नुकसान हो रहा है. कई सालों से एक ही वार्ड में टैैक्स वसूली का काम देख रहे तहसीलदारों को नगर आयुक्त द्वारा एस वार्ड से हटाकर दूसरे वार्ड मेें डाल दिया गया. इस तबादले से निगम के सर्वे का काम तेजी से होगा और वार्ड का विकास होगा.
अभी 73 हजार,396 है टोटल होल्डिंग
हर साल निगम को होलडिंग टैक्स के रूप में आठ करोड़ रुपये की होती है आय
पिछले साल निगम द्वारा शहर के सभी प्राइवेेट लॉज का करना था सर्वे
दो माह पहले शुरू किया गया है सर्वे
निगम की टैक्स शाखा द्वारा होल्डिंग टैक्स की वसूली के लिए दो माह पहले से सर्वे का काम शुरू कर दिया गया है. इसे जल्द पूरा कर इसे सूची में डाला जायेगा.
राकेश भारती, टैक्स प्रभारी