भागलपुर (सबौर) : बिहार कृषि विश्वविद्यालय में नियुक्ति घोटाले के मुख्य आरोपी पूर्व वीसी डॉ मेवालाल चौधरी की तलाश में पुलिस की छापेमारी जारी है. एसआइटी पटना में छापेमारी कर रही है. पटना के सरकारी आवास, बुद्धा कॉलोनी थाना अंतर्गत मरीन ड्राइव अपार्टमेंट फ्लैट नंबर ए/105, 3 एग्जिबिशन रोड में जयमातेश्वरी अपार्टमेंट में एसआइटी ने रात में छापेमारी की. इसके अलावा पटना के अन्य जगहों पर भी छापेमारी की गयी है.
उन फ्लैट में भी पुलिस की टीम पहुंची जो डॉ चौधरी के खासमखास के नाम पर हैं. हालांकि अभी तक मेवालाल का पता नहीं चल सका है. कुछ दिनों पहले एसआइटी ने उनके पैतृक आवास तारापुर में भी छापेमारी की थी. सूत्रों की मानें तो पुलिस के वरीय अधिकारी घोटाले की जांच करनेवाले सेवानिवृत्त जज महफूज आलम से भी मिले और जांच रिपोर्ट पर विस्तार से चर्चा की. एसआइटी कई बिंदुओं पर अनुसंधान कर रही है. अन्य विभागों से भी सहयोग लिया जा रहा है.
सरेंडर करेंगे तो रिमांड पर लेगी पुलिस
सूत्रों की मानें तो एसआइटी को कुछ ऐसे कागजात उपलब्ध हो गये हैं जिसके आधार पर टीम उनके रिश्तेदार व नजदीकी लोगों के यहां भी छापेमारी कर रही है. पुलिस यह मान रही है कि डॉ मेवालाल भारत में ही हैं. उनकी गिरफ्तारी का प्रयास जारी है. यदि डॉ चौधरी न्यायालय में समर्पण कर लेते हैं तो एसआइटी उन्हें रिमांड पर लेगी. प्राथमिकी में भ्रष्टाचार शब्द का उपयोग नहीं होने की वजह यह धारा नहीं लगायी गयी थी. लेकिन अनुसंधान में प्राप्त साक्ष्य के आधार पर एसआइटी ने कोर्ट में भ्रष्टा चार निवारण अधि नियम 1988 के तहत 13 /1/बी जोड़ने की मांग की है. साथ ही आय से अधि क संपत्ति होने का भी अनुमान लगाया जा रहा है. उस स्तर पर भी जांच करायी जा रही है.
बीएयू में पसरा है सन्नाटा
इधर बीएयू में सन्नाटा पसरा है. हर जगह लोग दबी जुबान से इस पर चर्चा कर रहे हैं. कनीय वैज्ञानिक सहित कई लोग जो होली में गये हैं अब तक वापस मुख्यालय नहीं लौटे हैं. बताया जा रहा है कि सोमवार तक सभी आ जायेंगे. रिसर्च के फूल पौधे भी अब मुरझाने लगे हैं.