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हुड़दंगी पर नकेल कसने को लेकर अलर्ट

भागलपुर : जिला प्रशासन ने सरस्वती पूजा पर हुड़दंगी पर नकेल कसने को लेकर अलर्ट किया है. पूजा के लिए दंडाधिकारी व पुलिस पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की गयी है, जो चार फरवरी तक अपने निर्धारित स्थान पर विसर्जन होने तक डटे रहेंगे. अलग-अलग पाली में लगी ड्यूटी के अतिरिक्त गश्ती दल भी रहेगा. इन गश्ती […]

भागलपुर : जिला प्रशासन ने सरस्वती पूजा पर हुड़दंगी पर नकेल कसने को लेकर अलर्ट किया है. पूजा के लिए दंडाधिकारी व पुलिस पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की गयी है, जो चार फरवरी तक अपने निर्धारित स्थान पर विसर्जन होने तक डटे रहेंगे. अलग-अलग पाली में लगी ड्यूटी के अतिरिक्त गश्ती दल भी रहेगा. इन गश्ती दल को छह रूट पर तैनाती की गयी है. जिला नियंत्रण कक्ष के संपूर्ण वरीय प्रभार के रूप में प्रभारी पदाधिकारी जितेंद्र प्रसाद साह रहेंगे. विसर्जन को लेकर तय घाट पर जिला आपदा प्रबंधन शाखा को निर्देश दिया कि प्रतिमा विसर्जन घाट को चिह्नित कर नाव, नाविक व गोताखोर की प्रतिनियुक्ति करें. प्रशासन ने 361 दंडाधिकारी व पुलिस पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति सदर अनुमंडल के विभिन्न थानों, कहलगांव अनुमंडल में 128 दंडाधिकारी व पुलिस पदाधिकारी विभिन्न थानों में चार फरवरी तक रहेंगे.

चार फरवरी तक दंडाधिकारी व पुलिस पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति
यह हैं आठ गश्ती रूट
विश्वविद्यालय रोड, परबत्ती चौक, तातारपुर, स्टेशन चौक, भेरायटी चौक, खलीफाबाग चौक तक.
विश्वविद्यालय, सराय, नया बाजार, आदमपुर चौक तक.
विश्वविद्यालय रोड, नाथनगर, चम्पानाला पुल तक.
कचहरी चौक, मनाली, एसएम कॉलेज घाट, खंजरपुर, मुसहरी घाट तक.
मंदरोजा, कोतवाली चौक, खलीफाबाग चौक, शहीद चौक, घंटाघर, कचहरी चौक तक.
विश्वविद्यालय, साहेबगंज, नरगा, चम्पानाला पुल तक.
कचहरी चौक, तिलकामांझी चौक, जिलाधिकारी आवास, मुसहरी घाट व बरारी घाट तक.
लोदीपुर थाना क्षेत्र, सूर्यमहल पोखर तक.
मां सरस्वती की पूजा विधि
पंडित निशिकांत झा बताते हैं कि, बुधवार की सुबह स्नान करके पीले या सफेद वस्त्र धारण करें, मां सरस्वती की मूर्ति या चित्र उत्तर-पूर्व दिशा में स्थापित करें. मां सरस्वती को सफेद चंदन, पीले और सफेद फूल अर्पित करें. मां सरस्वती का ध्यान करें. वंदना करें. ‘ऊं ऐं सरस्वत्यै नम:’ मंत्र का 108 बार जाप करें. मां सरस्वती की आरती करें, मिसरी, दूध, दही, तुलसी, शहद मिलाकर पंचामृत का प्रसाद बनाकर मां को भोग लगाएं. हलवा या केसर युक्त खीर का प्रसाद अर्पित करें.
ये है शुभ मुहूर्त
सुबह 7:17 बजे से 10:04 बजे फिर पूर्वाह्न 11:28 बजे से दोपहर 12:50 बजे तक
अबूझ मुहूर्त
ज्योतिष के अनुसार वसंत पंचमी का दिन सभी शुभ कार्यों के लिए उपयुक्त माना जाता है. वसंत पंचमी के दिन को अबूझ मुहूर्त के नाम से भी जाना जाता है. यानी इस दिन किसी कार्य के लिए कोई मुहूर्त देखने की जरूरत नही है. वसंत पंचमी के दिन कोई भी नया काम शुरू किया जा सकता है.

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