इससे विद्यार्थियों के बहुमूल्य समय के अलावा पैसे भी व्यय होंगे. भागलपुर में आयोग के द्वारा कंबाइड ग्रेजुएट लेवल इंट्रेस टेस्ट 27 अगस्त से 11 सितंबर तक आठ परीक्षा केंद्रों पर आनलाइन परीक्षा ली गयी थी. करीब 30 हजार विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए थे. इससे पहले जून में भी चार दिनों तक आनलाइन परीक्षा ली गयी थी. इसलिये विद्यार्थियों को भागलपुर परीक्षा केंद्र में परीक्षा की पूरी उम्मीद थी.
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एक लाख आवेदन, कम पड़ गया संसाधन
भागलपुर : एक लाख से अधिक आवेदन के कारण कम पड़ गया संसाधन. कर्मचारी चयन आयोग ने परीक्षा केंद्र चुनने के लिए भागलपुर का ऑप्शन तो रखा, लेकिन परीक्षा के लिए बिहार मेें सिर्फ एक केंद्र पटना में ही बनाया गया. अब सात जनवरी से आठ फरवरी तक आॅनलाइन परीक्षा देने के लिए आवेदकों को […]
भागलपुर : एक लाख से अधिक आवेदन के कारण कम पड़ गया संसाधन. कर्मचारी चयन आयोग ने परीक्षा केंद्र चुनने के लिए भागलपुर का ऑप्शन तो रखा, लेकिन परीक्षा के लिए बिहार मेें सिर्फ एक केंद्र पटना में ही बनाया गया. अब सात जनवरी से आठ फरवरी तक आॅनलाइन परीक्षा देने के लिए आवेदकों को झारखंड व उत्तरप्रदेश के शहरों का रूख करना होगा.
परिक्षार्थियों ने कहा होगी परेशानी
अभिषेक, शानू कुमारी, मो फैजान, मो दिलवर अली, शानुप्रिया ने कहा कि भागलपुर में परीक्षा होने पर आसानी होती. अब किसी को गोरखपुर तो किसी को रांची जाना होगा. लड़कियों को अब अभिभावकों के साथ परीक्षा केंद्रों की दूरी तय करनी होगी. समय भी बरबाद होगा और पैसे भी खर्च होंगे. मौसम का हाल ऐसा है कि परीक्षा की तिथि से दो दिन पहले पहुंचने की कोशिश करनी होगी.
आॅनलाइन टेस्ट के लिए पर्याप्त व्यवस्था नहीं : चौहान
चौहान कोचिंग के डायरेक्टर संजय चौहान ने कहा कि भागलपुर में परीक्षा केंद्र होना चाहिये था, लेकिन तकनीकी पक्ष को भी समझना होगा. एक लाख से अधिक आवेदन के कारण संसाधन कम पड़ गये. यहां आनलाइन टेस्ट की पर्याप्त व्यवस्था नहीं हैं. टेस्ट कहीं भी हो फर्क नहीं पड़ेगा, लेकिन पोस्ट कम नहीं करना चाहिये. एसएससी में 80 फीसदी बिहार के बच्चे सफल होते हैं. रेलवे की परीक्षा नहीं हो रही है. एयरफोर्स व नेवी में बिहार के 80 फीसदी बच्चों को एडमिट कार्ड ही नहीं भेजा जाता है. इन बातों पर भी ध्यान देने की जरूरत है.
सिर्फ पटना में ही बनाया गया परीक्षा केंद्र : पांडेय
प्रमंडलीय छात्र संघर्ष समिति के सलाहकार आनंद कुमार पांडेय कहते हैं कि जून और अगस्त माह में आठ परीक्षा केंद्रों पर आनलाइन परीक्षा ली गयी थी. इस बार परीक्षा केंद्र के आॅप्शन में भागलपुर भी था, लेकिन आयोग ने शहर में परीक्षा केंद्र बनाने के लिए प्रयास ही नहीं किया. भागलपुर प्रमुख शैक्षणिक शहर है. आयोग ने पक्षपात किया है. बिहार में सिर्फ पटना में परीक्षा केंद्र बनाये गये हैं. भागलपुर व आसपास के बच्चों को अब यूपी व झारखंड परीक्षा देने के लिए जाना होगा.
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