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बेड़ी से छुटकारे बाद खुश है नवविवाहिता
नाथनगर: कजरैली के बहादुरपुर गांव में बेड़ियों में जकड़ी विवाहिता वर्षा (बदला हुआ नाम) शुक्रवार को भली-चंगी थी. घुट-घुट कर जी रही वर्षा के चेहरे पर खुशी झलक रही थी. ऐसा लग रहा था, मानो पिंजरे से बाहर आ गयी हो.बेड़ी में उसे घर का प्रत्येक काम करना पड़ रहा था. वह इस स्थिति में […]
नाथनगर: कजरैली के बहादुरपुर गांव में बेड़ियों में जकड़ी विवाहिता वर्षा (बदला हुआ नाम) शुक्रवार को भली-चंगी थी. घुट-घुट कर जी रही वर्षा के चेहरे पर खुशी झलक रही थी. ऐसा लग रहा था, मानो पिंजरे से बाहर आ गयी हो.बेड़ी में उसे घर का प्रत्येक काम करना पड़ रहा था. वह इस स्थिति में घुटन सी जिंदगी जी रही थी. अभी उसकी शादी होने से महज सात महीने भी नहीं हुए हैं. नवविवाहिता वर्षा की खता यह थी कि वह महगामा (कहलगांव) के अजय कुमार पासवान से प्यार करने लगी थी. वर्षा का कहना था कि शादी के पहले से ही वह अजय से प्यार करती थी. यह बात उसने अपने परिवार वालों को भी बताया था. लेकिन परिवार वाले जबरन उनकी शादी बाबूलाल पासवान (बहादुरपुर) से करवा दी.
फिर बेड़ी में ही भेज दिया ससुराल
वर्षा के प्रेमी के साथ चले जाने के बाद उसे खोज निकाला गया और बेड़ी से बांध दिया गया. फिर उसे उसके दादा ने बेड़ी में बंधे ही ससुराल बहादुरपुर भेज दिया गया. पिछले 20 दिनों से वह बेड़ी में बंध कर ही घर के सब काम कर रही थी. बेड़ी के कारण कई जगह उसके पांव जख्मी हो गये हैं. उसके पति बाबूलाल पासवान पर मारपीट भी करने का आरोप लगाया था.
इस तरह मिली आजादी
कजरैली थाना के प्रभारी विजय कुमार को गुरुवार को गुप्त सूचना मिली थी कि एक महिला को बेड़ी में जकड़ कर रखा गया है. वह मौके पर जाकर उसको बेड़ी से आजाद करवाया और उनके ससुराल वालों को समझा-बुझाकर उससे उसकी गलती को माफ कर देने को कहा. सामाजिक स्तर पर मामले को सुलह कराया गया.
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