भागलपुर : केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार देश को डिजिटल बनाने में जुटी है, लेकिन लोग तैयार नहीं नजर आ रहे हैं. भारतीय रिजर्व बैंक से मिले आंकड़ों पर गौर करें तो देश के 10 फीसदी से भी कम लोग ऑनलाइन शॉपिंग करते हैं. हाल ही में एक सर्वे में यह बात सामने आयी है […]
भागलपुर : केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार देश को डिजिटल बनाने में जुटी है, लेकिन लोग तैयार नहीं नजर आ रहे हैं. भारतीय रिजर्व बैंक से मिले आंकड़ों पर गौर करें तो देश के 10 फीसदी से भी कम लोग ऑनलाइन शॉपिंग करते हैं. हाल ही में एक सर्वे में यह बात सामने आयी है कि प्रत्येक 10 में से 09 लोग डेबिट कार्ड से खरीदारी नहीं करते.
नवंबर 2016 जांचने पर यह बात सामने आयी कि 10 में से नौ लोग डेबिट कार्ड का इस्तेमाल सिर्फ एटीएम से पैसा निकालने के लिए करते हैं. देश में करीब 94.2 करोड़ डेबिट कार्ड हैं. 08 नवंबर को हुई नोटबंदी से पहले डेबिट कार्ड से औसतन एक महीने में 2.63 लाख करोड़ का ट्रांजेक्शन हुआ. आठ प्रतिशत मामले ऐसे थे, जिसमें डेबिट कार्ड का इस्तेमाल पीओएस पर किया गया.
कहते हैं विशेषज्ञ : अगर पीओएस (प्वाइंट ऑफ सेल्स) का लोग ज्यादा इस्तेमाल करना शुरू कर देंगे तो एटीएम पर उनकी निर्भरता खुद कम होती चली जायेगी. लोगों को कार्ड का इस्तेमाल पैसा निकालने के अलावा अन्य सामान की खरीदारी के लिए भी करना चाहिए. आंकड़ों को देखें तो देश में लोग करीब 80 लाख करोड़ रुपये सालाना अपने ऊपर खर्च करते हैं, उनमें से पांच फीसदी पैसा ही कार्ड से निकाला जाता है.
94.2 करोड़ डेबिट कार्ड मगर शॉपिंग में इनका इस्तेमाल नहीं करते लोग
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क्रेडिट कार्ड का गणित
50 % डेबिट कार्ड ऐसे हैं जो लगातार इस्तेमाल किये जाते हैं, लेकिन पीओएस पर उनका इस्तेमाल भी 6.8 प्रतिशत है.
2.20 लाख एटीएम हैं देश में, वहीं पीओएस मशीन 15.12 लाख है.
8.95 करोड़ क्रेडिट कार्डधारक हैं देश में, जो डेबिड कार्ड से कम हैं, लेकिन पीओएस पर क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल ज्यादा होता है.