नवगछिया : विक्रमशिला सेतु के नीचे कटाव प्रभावित गंगा दियारा में धड़ल्ले से अवैध खनन हो रहा है. स्थानीय लोगों ने बताया कि पिछले 15 दिनों से यहां जेसीबी से खनन किया जा रहा है. रोज दो सौ से अधिक हाइवा और पांच सौ ट्रेलर सफेद बालू की ढुलाई हो रही है. राघोपुर के ब्रह्म […]
नवगछिया : विक्रमशिला सेतु के नीचे कटाव प्रभावित गंगा दियारा में धड़ल्ले से अवैध खनन हो रहा है. स्थानीय लोगों ने बताया कि पिछले 15 दिनों से यहां जेसीबी से खनन किया जा रहा है. रोज दो सौ से अधिक हाइवा और पांच सौ ट्रेलर सफेद बालू की ढुलाई हो रही है. राघोपुर के ब्रह्म बाबा स्थान से विक्रमशिला सेतु की ओर पांच सौ मीटर के दायरे में दो जगहों पर खनन किया जा रहा है. दूसरी ओर प्रशासन का इस ओर कोई ध्यान नहीं है.
मंगलवार को भी एक जेसीबी और 25 से अधिक मजदूर खनन के काम में लगे थे. एक हाइवा मिट्टी लोड करने में जेसीबी को 15-20 मिनट लग रहे थे और ट्रेलर को पांच मिनट में ही लोड कर दिया जाता था. दिन भर हाइवा और ट्रेक्टरों की आवाजाही हो रही थी. यदि खनन पर रोक नहीं लगायी गयी, तो अगले वर्ष गंगा की धारा जाह्नवी चौक की ओर रुख कर सकती है. विक्रमशिला सेतु और जाह्नवी चौक भी कटाव की चपेट में आ सकते हैं.
स्थानीय लोगों ने बताया कि जिस स्थल पर खनन किया जा रहा है वह सरकारी जमीन नहीं है. यह लोगों की रैयती जमीन है. रैयत अपनी जमीन की खुदाई अपनी मरजी से करा रहे हैं. इसके एवज में जमीन वाले को खनन करने वाले पैसे दे रहे हैं. स्थानीय लोगों ने कहा कि कुछ माफियाओं ने विक्रमशिला सेतु के नीचे सफेद बालू खनन का धंधा तीन-चार साल से शुरू किया है. इससे कटावग्रस्त क्षेत्र को भी खतरा है.
प्रशासन मौन
जेसीबी से की जा रही है खुदाई सैकड़ों हाइवा और ट्रेलर से ढोया जा रहा सफेद बालू
नहीं रुका खनन, तो बाढ़ में जाह्नवी चौक पर होगा खतरा
विक्रमशिला पुल के नीचे जेसीबी से किया जा रहा खनन.