भागलपुर: ब्यूटी तीन जनवरी को अपनी बड़ी बहन निशा के घर आंबेडकर नगर आयी थी. उसकी बहन को बच्च हुआ था. इस कारण बहन के कामकाज में हाथ बंटाने के लिए ब्यूटी को उसकी मां ने भेजा था.
आंबेडकर नगर में ही कन्हैया पासवान (आरोपी) का मामा घर है. अनिल पासवान उसके मामा हैं. आंबेडकर नगर में कन्हैया की मुलाकात ब्यूटी से हुई थी. निशा देवी ने बताया कि कन्हैया हमेशा उनके घर आता था. ब्यूटी पर उसकी बुरी नजर थी. इस बात को निशा ने भांप लिया था. इस कारण जब कन्हैया ब्यूटी के पास आता था तो उसकी बहन विरोध करती थी. 10 दिन पूर्व रात में शराब के नशे में धुत होकर कन्हैया मेरे घर पर आ गया था. उसकी मंशा ठीक नहीं थी. वह ब्यूटी को पकड़ने का प्रयास कर रहा था. उससे छेड़खानी करने लगा. हमलोगों ने विरोध किया तो कन्हैया भाग गया.
नाना ने कन्हैया को पकड़ा था
ब्यूटी को गोली मारने के बाद कन्हैया जब अपने मामा घर से भाग रहा था, तभी उसके बूढ़े नाना उदय पासवान ने कन्हैया को पकड़ लिया. लेकिन नाना को धक्का देकर कन्हैया वहां से भाग निकला. ब्यूटी के जीजा भैरो पासवान ने बताया कि जिस पिस्तौल से ब्यूटी को गोली मारी गयी, वह पिस्तौल कन्हैया के मामा अनिल पासवान का है. हालांकि इस हत्याकांड में अनिल पासवान की कोई भूमिका नहीं है.
घटना की सूचना मिलते ही ब्यूटी के माता-पिता, तीनों भाई व अन्य परिजन जेएलएनएमसीएच पहुंच गये. परिजनों को यह पता भी नहीं था कि किसने और किन कारणों से ब्यूटी को गोली मारी. ब्यूटी के छोटा भाई राहुल ने बताया कि मां को हमेशा वह कह रहा था कि जल्दी ब्यूटी को घर बुला लो. लेकिन ब्यूटी घर आ जाती तो उसकी जान बच जाती.