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सहयोग खोलेगा विकास की राह

भागलपुर: हम कभी सिल्क सिटी के बाशिंदे कहलाते थे. शरतचंद्र, बनफूल जैसे साहित्यकारों की धरती पर रहने का हमें गौरव प्राप्त था. अब इस सिटी से सिल्क दूर होता जा रहा है. शरतचंद्र और बनफूल, नयी पीढ़ी को याद नहीं. भगवान वासुपूज्य के मंदिर का दर्शन करने विश्व के हर कोने से लोग आते हैं, […]

भागलपुर: हम कभी सिल्क सिटी के बाशिंदे कहलाते थे. शरतचंद्र, बनफूल जैसे साहित्यकारों की धरती पर रहने का हमें गौरव प्राप्त था. अब इस सिटी से सिल्क दूर होता जा रहा है. शरतचंद्र और बनफूल, नयी पीढ़ी को याद नहीं.

भगवान वासुपूज्य के मंदिर का दर्शन करने विश्व के हर कोने से लोग आते हैं, पर यहां से जो संदेश लेकर जाते हैं वह बहुत ही दुखदायी है. वे कहते हैं कि यहां के लोग और उनकी सेवा भावना अपनी ओर खींचती है, पर जाम, जजर्र सड़कें, बेतरतीब वाहन परिचालन, गंदगी का अंबार परेशानी बढ़ाता है.

यह बातें सोमवार को प्रभात खबर के भागलपुर संस्करण के तीसरे स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में प्रबुद्धजनों ने कही. इस अवसर पर होटल राजहंस इंटरनेशनल में संगोष्ठी आयोजित की गयी थी. इसमें शिक्षण, राजनीतिक, व्यावसायिक, आध्यात्मिक व रंगकर्म आदि क्षेत्र के प्रबुद्धजन शामिल हुए थे. सभी प्रबुद्धों ने प्रभात खबर को और नयी ऊंचाई प्राप्त करने की शुभकामना भी दी.

तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में योगदान देने के बाद किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए पहली बार कुलपति प्रो रमाशंकर दुबे व प्रतिकुलपति प्रो एके राय आये थे. कुलपति ने भागलपुर विश्वविद्यालय को ऊंचाई पर ले जाने के लिए समाज के प्रबुद्धजनों का सहयोग मांगा. उन्होंने कहा कि बिहार के छात्र-छात्रएं विदेशों में परचम लहराते हैं, तो क्यों नहीं यहां के संस्थानों को विकसित करने में योगदान दें. प्रतिकुलपति प्रो एके राय ने कहा कि भागलपुर विश्वविद्यालय को आगे ले जाने में समाज व मीडिया के भरपूर सहयोग की जरूरत है.

नगर निगम के महापौर दीपक कुमार भुवानियां ने शहर में होनेवाले बदलाव को लेकर सिटी बस सेवा, श्मशान घाट पर सुविधाओं की बढ़ोतरी व श्मशान घाट सड़क निर्माण, जलापूर्ति आदि भावी योजनाओं पर प्रकाश डाला.

उपमहापौर डॉ प्रीति शेखर ने कहा कि जमाना बदलने के लिए खुद को बदलना होगा. डॉ राम कुमार मिश्र भागलपुर में बढ़ते अपराध और पुलिस प्रशासन की उदासीनता पर जम कर बरसे. संस्कृति कर्मी प्रो चंद्रेश व खानकाह-ए-पीर दमड़िया के सज्जादानशीं सैयद शाह हसन मानी ने धूमिल हो रही भागलपुर की सांस्कृतिक व साहित्यिक विरासत को उभारने व संजोने पर बल दिया. जेएस एजुकेशन के निदेशक राजीव कांत मिश्र ने भागलपुर के विकास के लिए स्व-अनुशासन की जरूरत जतायी.

इस मौके पर तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के डीएसडब्ल्यू डॉ गुरुदेव पोद्दार, विकास पदाधिकारी डॉ इकबाल अहमद, पीजी मैथिली के विभागाध्यक्ष प्रो केष्कर ठाकुर, गांधी विचार विभाग के अध्यक्ष प्रो विजय कुमार, इस्टर्न बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष मुकुटधारी अग्रवाल, एसएम कॉलेज के शिक्षक प्रो रमन सिन्हा, सामाजिक कार्यकर्ता उत्तम देवनाथ, निरूपम कांति पाल, चिकित्सक डॉ विनय कुमार गुप्ता, वेभ इंस्टीट्यूट के प्रबंध निदेशक राजेश कुमार व अकादमिक निदेशक राकेश कुमार, ए कुमार इंस्टीच्युट के अमित कुमार, टीएनबी कॉलेज के शिक्षक डॉ फारुक अली, जैन सिद्ध क्षेत्र के मंत्री सुनील जैन, चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष शैलेंद्र कुमार सर्राफ, समाजसेवी प्रकाश चंद्र गुप्ता, महादेव सिंह कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ केडी प्रभात, चैंबर ऑफ कॉमर्स के महासचिव जगदीश चंद्र मिश्र पप्पू, मोक्षदा बालिका इंटर स्कूल की शिक्षक छाया पांडेय, एमबीए विभाग के निदेशक डॉ पवन कुमार पोद्दार आदि मौजूद थे.

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