डीजल-पेट्रोल की तरह ही सफेद केरोसिन की होगी बिक्री
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अब मिलेगा सफेद केरोसिन ढूंढ़ी जा रही एजेंसी
डीजल-पेट्रोल की तरह ही सफेद केरोसिन की होगी बिक्री बीडीओ, सीओ व एमओ लगे हैं प्रक्रिया में सबौर : केरोसिन की कालाबाजारी के दिन अब लदने वाले हैं. पीडीएस की दुकान पर केरोसिन लेने के लिए मारामारी की स्थिति भी बदलने वाली है. केंद्र सरकार इसके लिए ठोस व मुक्कम्मल कदम उठाने जा रही है. […]
बीडीओ, सीओ व एमओ लगे हैं प्रक्रिया में
सबौर : केरोसिन की कालाबाजारी के दिन अब लदने वाले हैं. पीडीएस की दुकान पर केरोसिन लेने के लिए मारामारी की स्थिति भी बदलने वाली है. केंद्र सरकार इसके लिए ठोस व मुक्कम्मल कदम उठाने जा रही है. पीडीएस के अतिरिक्त अब पेट्रोल डीजल की तरह आसानी से सादा केरोसिन बाजार में मिलेगा. जरूरतमंद इसे आसानी से खरीद सकेंगे. हालांकि यह भी व्यवस्था एजेंसी व फार्म के माध्यम से ही संचालित होने जा रही है.
जिले से पत्र की प्रतिलिपि शनिवार को भेजी गयी है. जानकारी अनुसार बिहार सरकार के खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के अपर सचिव प्रकाश कुमार के पत्रांक 5882 दिनांक 27 सितंबर 2006 में सभी जिला पदाधिकारी व जिला आपूर्ति पदाधिकारी को निर्देशित किया गया है. पत्र के आलोक में डीएम ने सभी बीडीओ, सीओ, एमओ को इसकी प्रतिलिपि प्रेषित करते हुए पहल करने का निर्देश दिया है.
क्या है प्रत्र में. पत्र में स्पष्ट है
कि भारत सरकार ने केरोसिन के उपयोग पर निबंधन और अधिकतम कीमत नियतन आदेश 1993 का संशोधन करते हुए सफेद केराेसिन की बिक्री छोटे पैकेटों, बोतलों में करने के लिए तेल कंपनियों को प्रोत्साहित कर रही है. विज्ञापन के माध्यम से विक्रय एवं विपणन में अभिरुची रखने वाले फॉर्मों, संस्थाओं से प्रस्ताव आमंत्रित किये गये हैं. इतना ही नहीं इस संदर्भ में राज्य सरकारों से आग्रह किया गया है कि अपने राज्य क्षेत्र में सफेद केराेसिन तेल की बिक्री करने वाले संस्थाओं को जल्द से जल्द सुविधा प्रदान की जाये ताकि बाजारों में सफेद किरासन तेल की उपलब्धता को बढ़ायी जा सके.
केंद्र सरकार की योजना को बिहार में धरातल पर उतारने के लिए सफेद केराेसिन जो पीडीएस के अतिरीक्त है, उसे विक्रय एवं विपणन में अभिरुचि रखने वाले फर्मों व संस्थानों की खोज की जाये. उसे चिह्नित किया जाये. उससे प्रतिवेदन लिया जाये ताकि इस ओर यथाशीघ्र अग्रेतर कार्रवाई की जा सके.
ये खोजेंगे सफेद केरोसिन बेचने वाले को. एसडीओ,बीडीओ, सीओ, एमओ सहित प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी पीडीएस के अतिरिक्त सफेद केरोसिन बेचने के लिए फार्म, संस्था को खोजेंगे. उनसे प्रतिवेदन लेंगे और जिला को समर्पित करेंगे.
ये होगा फायदा
एक तो पीडीएस में सिमटा केरोसिन होने की वजह से बाजार में उपलब्ध नहीं होता है, जिससे इसकी कालाबाजारी होती रहती है. वहीं दूसरी ओर जरूरतमंदों को आसानी से केरोसिन की उचित कीमत पर प्राप्ति हो जायेगी. तीसरा नये स्वरोजगार के सृजन होने से बेरोजगारी कमेगी. इसमें कई तरह के मजदूर से बेहतर काम करने वाले को अवसर मिलेगा. एजेंसी के माध्यम से बाजारीकरण होने से कीमत नियंत्रित व एकरूपता रहेगी. पर्याप्त उपलब्धता होने की वजह से कभी भी कीमत में उतार-चढ़ाव की संभावना नहीं रहेगी. गांवों के डीलरों की मनमानी से भी राहत मिलेगी.
सफेद केरोसिन बाजार में उपलब्ध हो, इसके लिए सरकारी निर्देश पर पहल प्रारंभ कर दी गयी है. बेचने वाली एजेंसी की तलाश जारी है.
कुमार अनुज, सदर एसडीओ, भागलपुर
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