पति की हत्या में पत्नी व प्रेमी को उम्रकैद
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मां को फांसी दिलाने हाइकोर्ट जायेंगे बच्चे
पति की हत्या में पत्नी व प्रेमी को उम्रकैद तृतीय अपर सत्र न्यायाधीश सुषमा त्रिवेदी ने की सुनवाई जीरोमाइल में किराये का मकान खोजने के दौरान पति हो गया था गायब प्रेमी संग पत्नी ने की थी पति की हत्या, झुरखुरिया के पास फेंका था शव भागलपुर : तृतीय अपर सत्र न्यायाधीश सुषमा त्रिवेदी ने […]
तृतीय अपर सत्र न्यायाधीश सुषमा त्रिवेदी ने की सुनवाई
जीरोमाइल में किराये का मकान खोजने के दौरान पति हो गया था गायब
प्रेमी संग पत्नी ने की थी पति की हत्या, झुरखुरिया के पास फेंका था शव
भागलपुर : तृतीय अपर सत्र न्यायाधीश सुषमा त्रिवेदी ने बरैनी (कहलगांव) के रामानंद राम की हत्या के मामले में बुधवार को फैसले के दौरान गंभीर टिप्पणी की. कोर्ट ने कहा कि पत्नी ने पति की हत्या कर उसे कुआं में फेंक दिया था. इसकी गवाही उसके दोनों बच्चों ने अदालत में दी. कोर्ट ने मामले में मृतक रामानंद राम की पत्नी बेबी और प्रेमी मणिकांत को उम्रकैद की सजा दी. साथ ही मामले में प्रत्येक पर 15 हजार जुर्माना लगाया, जिसे नहीं देने पर छह माह की अतिरिक्त सजा भुगतनी होगी.
मां को फांसी…
मां गंदी है, मां कहलाने लायक नहीं : कोर्ट ने कहा कि यह मानवीय रिश्तों पर कुठारघात है तथा यह नैतिकता को गर्त में ढकेलने वाली जघन्य घटना है. इन घटनाओं का समाज पर गंभीर व प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है. ऐसी स्थिति में आरोपित को कम सजा देना न्यायोचित नहीं है. कोर्ट ने आरोपित द्वारा दी गयी जुर्माना राशि को मृतक के बच्चों नीतीश व नीलू को देने का आदेश दिया. कोर्ट के फैसले के बाद आक्रोशित बच्चे नीतीश और नीलू ने कहा कि उसकी मां गंदी
है और वह मां कहलाने लायक नहीं है. उसने अपने बच्चों को लावारिस कर दिया. मेरी पढ़ाई बाधित हो गयी. वह इस फैसले के खिलाफ हाइकोर्ट जायेंगे और फांसी की मांग करेंगे. सरकार की ओर से मामले में अपर लोक अभियोजक प्रकाश भगत, सत्यनारायण पाण्डे और बचाव पक्ष से अभयकांत झा और अरूण कुमार झा ने पैरवी की.
यह था मामला
कहलगांव के बैरनी निवासी रामानंद राम तीन वर्षों से अपनी पत्नी बेबी देवी तथा दो बच्चे नीतीश और नीलू कुमारी के साथ सबौर के खनकिता गांव में किराये के मकान में रहता था. वह मेडिकल दुकान में काम कर परिवार का भरण पोषण करता था. 15 फरवरी 2012 को रामानंद राम व उसकी मां उमा देवी अपनी नतिनी को देखने गये. वहां से वापस शाम में खनकिता आ गयी. तभी रामानंद राम के पास पत्नी बेबी देवी का फोन गया कि जीरोमाइल में डेरा देखे हैं.
पत्नी के फोन पर रामानंद राम चला गया और उस दिन वापस नहीं आया. 16 फरवरी को रामानंद राम के वापस नहीं होने पर मां उमा देवी जीरोमाइल आ गयी. उमा देवी ने बेबी देवी से रामानंद राम के बारे में पूछा तो उसने अनभिज्ञता जाहिर की. उमा देवी ने जवाब दिया कि फोन पर बुलाया था. बेबी देवी के दोबारा नहीं के जवाब पर उमा देवी को शंका हुई.
उमा देवी दोनों बच्चे नीतीश, नीलू और बेबी देवी को लेकर बरैनी आ गयी. 18 फरवरी को रामानंद राम के गुमशुदगी का सनहा थाना में दर्ज कराया गया. 23 फरवरी को रामानंद राम का शव झुरखुरिया में आशुतोष मंडल के कुआं से मिला. मृतक रामानंद राम के पिता कुमोद राम की शिकायत पर बेबी देवी और मणिकांत यादव के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया.
दादी उमा देवी के साथ नीतीश व नीलू.
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