भागलपुर : नाथनगर प्रखंड में 42 स्कूलों पर बाढ़ का कहर बरपा है. बाढ़ की मार से किसी स्कूल का कमरा, बरामदा व फर्श तो किसी की चहारदीवारी, गेट आदि बरबाद हो गया है. इन स्कूलों में 23 मध्य विद्यालय, 15 प्राथमिक विद्यालय व चार हाइस्कूल शामिल हैं. इन क्षतिग्रस्त स्कूलों में हजारों बच्चे ने बाढ़ के बाद पठन-पाठन शुरू कर दिया है.
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42 क्षतिग्रस्त्र विद्यालय में पढ़ाई शुरू
भागलपुर : नाथनगर प्रखंड में 42 स्कूलों पर बाढ़ का कहर बरपा है. बाढ़ की मार से किसी स्कूल का कमरा, बरामदा व फर्श तो किसी की चहारदीवारी, गेट आदि बरबाद हो गया है. इन स्कूलों में 23 मध्य विद्यालय, 15 प्राथमिक विद्यालय व चार हाइस्कूल शामिल हैं. इन क्षतिग्रस्त स्कूलों में हजारों बच्चे ने […]
जिले में विद्यालयों की संख्या
प्राथमिक विद्यालय 965
मध्य विद्यालय809
उत्क्रमित उच्च विद्यालय73
बोले अधिकारी
बिहार शिक्षा परियोजना ने ऐसे स्कूलों की सूची मांगी थी, जिसके पास अपनी जमीन नहीं है और दूसरे स्कूल से टैग कर संचालित किया जा रहा है. रिपोर्ट भेजी जा चुकी है. ये संभावना है कि इन विद्यालयों के शिक्षक यूनिट और बच्चों के साथ संबंधित विद्यालय के साथ टैग कर दिया जाये. यानी दोनों एक ही विद्यालय बन जायेंगे. फिर एक यूनिट के रूप में संचालित हो जायेगा.
नसीम अहमद, डीपीओ, बिहार शिक्षा परियोजना, भागलपुर
क्या होती है दिक्कत
सबसे अधिक दिक्कत बच्चों को बैठने में होती है. इसके साथ-साथ कई स्कूल ऐसे हैं, जहां एक ब्लैकबोर्ड पर दो कक्षाएं एक साथ दो शिक्षकों को लेनी पड़ती है. टैग होनेवाले स्कूल को बंद भी कर दिया गया, तो यह दिक्कत तब तक आसान नहीं हो पायेगी, जबतक कि स्कूलों के भवन बढ़ाये नहीं जायेंगे. दूसरी समस्या कार्यालय को लेकर है. इसे लेकर दोनों या तीनों प्रधानों में ठनी रहती है. किसी को झोले में कार्यालय का रजिस्टर रखना पड़ता है, तो कोई अलमारी में रखते हैं.
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