भागलपुर: प्रदेश में खगड़िया के बाद जमीन की खरीद-फरोख्त सबसे अधिक भागलपुर में हुई है. जुलाई में भागलपुर ने अपने मासिक लक्ष्य से 123.34 फीसदी अधिक रजिस्ट्री से राजस्व प्राप्त किये. वहीं पहले नंबर पर खगड़िया मासिक लक्ष्य से 129.8 फीसदी अधिक की आय स्टांप व रजिस्ट्रेशन फीस से अर्जित किया. निबंधन, उत्पाद व मद्द निषेध विभाग की सूची में राजधानी पटना 26वें, मुजफ्फरपुर 18वें और गया 35वें पायदान पर है. ऑनलाइन रजिस्ट्री की सुविधा शुरू होने से खगड़िया और भागलपुर में रजिस्ट्री बढ़ी है.
वार्षिक लक्ष्य वसूली में भागलपुर तीसरे पायदान पर : सरकार के निर्धारित वार्षिक लक्ष्य की सूची में भी भागलपुर बंपर कलेक्शन किया. तीसरे स्थान पर आये जिले में 129.34 करोड़ के एवज में मार्च 45.11 करोड़ रुपये राजस्व प्राप्त किये. इस तरह मार्च तक 35.42 फीसदी आय अर्जित कर लिया गया है. वार्षिक लक्ष्य वसूली में पहले नंबर पर रोहतास, दूसरे पर भभुआ है. इस सूची में भी पटना 26वें, मुजफ्फरपुर 33वें व गया 30वें स्थान पर है.
स्मार्ट सिटी की घोषणा के बाद बढ़ी रजिस्ट्री की संख्या
1. भागलपुर: आसपास इलाके में बढ़ी जमीन की खरीद-बिक्री : भागलपुर के स्मार्ट सिटी में शुमार होने से रजिस्ट्री की संख्या बढ़ती जा रही है. स्मार्ट सिटी योजना के तहत पैसे आ जाने से भी शहर के आसपास के इलाके में जमीन खरीदने-बेचने की हलचल बढ़ गयी है. विभाग के मासिक लक्ष्य 10.05 करोड़ रुपये की तुलना में 12.40 करोड़ रुपये आये, जो लक्ष्य का 123.34 फीसदी है.
2.खगड़िया : मक्का के सीजन में बढ़ती है हलचल : खगड़िया में जून से सितंबर के दौरान जमीन का कारोबार बढ़ जाता है. क्योंकि मक्का के सीजन में किसानों के पास फसल बेच पैसा आता है. उक्त महीने के अलावा अन्य दिनों में सामान्य रजिस्ट्री की स्थिति जिले में रहती है.
मासिक लक्ष्य(जुलाई) वाले जिलों की फीसदी
जिला लक्ष्य फीसदी पायदान
पटना 59.67 करोड़ 92.39 26
मुजफ्फरपुर 17.46 करोड़ 94.75 18
गया 13.02 करोड़ 82.40 35
वैशाली 10.41 करोड़ 89.69 31
पूर्वी चंपारण 14.49 करोड़ 93.09 25