जेएलएनएमसीएच. मरीजों को चार बार की जगह तीन बार ही दे रहे नाश्ता व भोजन
Advertisement
रुपया पूरा, भोजन आधा-अधूरा
जेएलएनएमसीएच. मरीजों को चार बार की जगह तीन बार ही दे रहे नाश्ता व भोजन कहने के लिए मायागंज हॉस्पिटल में भरती मरीजाें को शानदार नाश्ता से लेकर भोजन दिया जाता है लेकिन वास्तविकता इसके उलट ही है. यहां पर मरीजों के हक पर ही संबंधित कंपनी डाका डाल रही है. मरीजों को तय मीनू […]
कहने के लिए मायागंज हॉस्पिटल में भरती मरीजाें को शानदार नाश्ता से लेकर भोजन दिया जाता है लेकिन वास्तविकता इसके उलट ही है. यहां पर मरीजों के हक पर ही संबंधित कंपनी डाका डाल रही है. मरीजों को तय मीनू के हिसाब नाश्ता-भोजन नहीं मिलता है तो मीनू से टी-टाइम तक गायब हो गया.
इसके लिए नाश्ता-भोजन से मात्रा को भी कम कर दिया है.
भागलपुर : मरीजों को तय मीनू के हिसाब नाश्ता-भोजन नहीं मिलता है तो मीनू से टी-टाइम तक गायब हो गया. शाम की चाय-बिस्कुट तो गायब हो गया है मीनू से. अरुण कुमार कहते हैं आज तक उन्हें शाम की चाय-बिस्कुट नहीं मिली. दोपहर बाद एक बार उन्हें भाेजन देने के बाद सीधे रात में ही खाना मिलता है.
नॉनवेज तो किस्मत की बात है साहब
अपने बेटे का इलाज करा रही सीमा देवी से जब सप्ताह में तीन दिन मीट, मछली या चिकन(मुरगा) मिलने की बात पूछी गयी तो सीमा देवी का कहना है कि जब से वे यहां पर हैं, उन्हें तो नहीं मिला. हां जिनको मिला होगा, वह उनकी किस्मत. यही बात अरुण कुमार व नंदलाल ने भी कही.
बांका जिले के चिलकावर गांव निवासिनी सीमा देवी को मायागंज हास्पिटल में बच्चा पैदा हुआ. बच्चे की तबीयत ठीक नहीं होने से उनके बच्चे काे आठ दिन से शिशु रोग विभाग के नीकू में भरती किया गया है. बकौल सीमा देवी, आजकल उन्हें दिन में दो बार भोजन व एक बार नाश्ता दिया जाता है. उन्हें गुरुवार की सुबह नाश्ता में एक पैकेट ब्रेड, दो केला व एक अंडा मिला था. दोपहर बाद के भोजन में दो कलछी दाल, दो पलटा भात(चावल) व आलू की मसालेदार सब्जी मिली. बुधवार की रात में उन्हें भोजन में छह रोटी व सब्जी मिली थी. इस दौरान उन्हें एक बार भी मीट, मछली या मुरगा नहीं मिला.
नंदलाल निवासी उपरनीमा जिला बांका बताते हैं कि वे शनिवार से इस हड्डी रोग विभाग में भरती हैं. उन्हें गुरुवार की सुबह एक अंडा, चार केला, एक पैकेट छोटा ब्रेड, व दूध करीब 200 ग्राम मिला. दोपहर में दाल, भात, सब्जी, दही व दो केला मिला था. बुधवार की रात में उन्हें पांच रोटी, दाल व सब्जी मिली था.
इएनटी के मेल वार्ड में भरती अरुण कुमार नौ मई से यहां इलाजरत हैं. ये बताते हैं कि गुरुवार की सुबह उन्हें चार केला, एक पैकेट ब्रेड, एक कलछी दही व एक अंडा मिला था. दोपहर में हर रोज की तरह चावल, दाल व सब्जी मिला. बुधवार की रात में उन्हें छह रोटी, दाल व सब्जी मिली थी.
ये हैं तय मीनू ये मिलता है मरीजों को
नाश्ता ब्रेड एवं 150 ग्राम बटर सिर्फ ब्रेड
200 एमएल दूध मिलता है
एक फल, चार केला सिर्फ दो केला
एक पीस अंडा मिलता है
लंच दो पीस केला मिलता है
200 ग्राम चावल मिलता है लेकिन कम
100 ग्राम दाल मिलता है
100 ग्राम सब्जी आलू की मसालेदार सब्जी
50 ग्राम सलाद कभी-कभार, वो भी गाजर
100 ग्राम दही 100 ग्राम पानी मिश्रित दही
दो पीस नॉन वेज(सप्ताह में तीन दिन) नहीं
ये हैं तय मीनू ये मिलता है मरीजों को
शाम केला दो पीस दोपहर में दे दिया जाता है
एक कप चाय नहीं
दो पीस बिस्कुट नहीं
रात में भोजन 200 ग्राम दूध नहीं
50 ग्राम दाल मिलता है
100 ग्राम सब्जी मिलता है
100 ग्राम सलाद नहीं
100 ग्राम दही मिलता है
250 ग्राम रोटी पतली-पतली पांच रोटी
50 ग्राम भुजिया मिलता है
प्रति मरीज 100 रुपये मिलते ही एजेंसी को
मरीजों काे नाश्ता-भोजन देने वाली एजेंसी को प्रति मरीज 100 रुपये का भुगतान किया जाता है. लेकिन जिस क्वालिटी, मात्रा व मीनू के हिसाब से मरीजों को नाश्ता-भोजन मिल रहा है, उसकी लागत बमुश्किल 60-70 रुपये होगी.
क्या कहते हैं जिम्मेदार
हॉस्पिटल के अधीक्षक डॉ आरसी मंडल कहते हैं कि इस तरह की शिकायत उन्हें मिली नहीं है. अगर ऐसी बात है तो जांच होगी. दोषी पाये जाने पर संबंधित पर कार्रवाई होगी.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement