नगर निगम. मानसून सिर पर, तैयारी आधी-अधूरी, नाला उड़ाही की गति धीमी
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तो क्या इस बार भी नरक बनेगा शहर
नगर निगम. मानसून सिर पर, तैयारी आधी-अधूरी, नाला उड़ाही की गति धीमी प्री मानसून ने दस्तक दे दी है. ऐसे में इस वर्ष भी शहरवासियों में बरसाती जल जमाव होने का भय व्याप्त है. लोग इस आशा में बरसात गुजार देते हैं कि अगले वर्ष इसका स्थायी निदान होगा, लेकिन अब तक इस ओर कोई […]
प्री मानसून ने दस्तक दे दी है. ऐसे में इस वर्ष भी शहरवासियों में बरसाती जल जमाव होने का भय व्याप्त है. लोग इस आशा में बरसात गुजार देते हैं कि अगले वर्ष इसका स्थायी निदान होगा, लेकिन अब तक इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया. एक ओर जहां बड़े नाले की उड़ाही नहीं करायी गयी, वहीं दूसरी ओर नाले-नालियों की बनावट ऐसी है कि वहां जलजमाव की समस्या बनी रहती है. शहरवासी आशंकित हैं कि कहीं इस बारिश में भी भारी जलजमाव का सामना न करना पड़े.
भागलपुर : सीएमएस स्कूल के सामने बड़े नाले में कचरों का ढेर लगा हुआ है. स्थानीय लोगों ने कचरा की सफाई नहीं होने पर उसमें आग लगा कर थोड़ा साफ करने का प्रयास जरूर किया है. यही हाल सीसी मुखर्जी लेन के बड़े नाले का है. यहां भी कचरा जमा हुआ है. मालूम हो यह इलाका वीआइपी कहलाता है. इससे मालूम होता है कि अव्यवस्थित मुहल्ले में नाले की सफाई का क्या हाल होगा. सूखे दिन में ही वार्ड 40 अंतर्गत हुसैनपुर में नाला की उड़ाही नहीं होने के कारण ही सड़क पर नाला बह रहा है.
प्रोफेसर कॉलोनी का रास्ता हुआ बंद : छात्रों का कहना है कि पीजी वन से लेकर पीजी फोर हॉस्टल तक पीसीसी निर्माण हुआ है, लेकिन सड़क को उतना ऊंचा नहीं किया गया, जिससे सड़क पर बारिश का पानी नहीं बहे. पानी निकासी के लिए नाले का निर्माण नहीं कराया गया है. नियमित नाले की उड़ाही नहीं होने के कारण प्रोफेसर कॉलोनी, परबत्ती लेन समेत लब्बू पासी लेन, लोअर जमटिकरी रोड में जल जमाव होता है. प्रोफेसर कॉलोनी में तो ढाई वर्षों से जलजमाव के कारण मारवाड़ी कॉलेज एवं राजनीति विज्ञान विभाग की ओर जाने वाला रास्ता ही बंद हो गया है.
बड़े नालों में जमा है कचरे का ढेर, सड़क पर बह रहा नाला का पानी
साहेबगंज, चंपानगर, नाथनगर, परबत्ती, 24 परगना, तातारपुर, विश्वविद्यालय, आसानंदपुर, उर्दू बाजार, आदमपुर, हड़ियापट्टी, लोहापट्टी, भीखनपुर, महेशपुर, हुसैनाबाद, कटघर आदि क्षेत्रों में बढ़ेगी जलजमाव की समस्या
यहां होता है जल जमाव
साहेबगंज अंतर्गत पीजी वन से लेकर पीजी फोर हॉस्टल तक एवं मोहनपुर में बारिश के दिनों में जल-जमाव होता है. इसके आसपास में भी पानी जमा होता है. विश्वविद्यालय क्षेत्र अंतर्गत टीएनबी कॉलेज परिसर वेलफेयर वन हॉस्टल में बारिश का पानी घुस जाता है.
चंपानगर अंतर्गत चमरू साह लेन, हाड़ी लेन, मकदूम शाह दरगाह लेन, लालू चक लेन, बेनीमाधव साह लेन, , देवी मंडम लेन, हरिजन टोला, हाकिमशाह लेन, भैरो लेन, सरदारपुर, ढाका टोला, अबीर मिश्र लेन, चंपानगर विषहरी स्थान में जल जमाव से लोग परेशान हैं. यहां कहीं छोटे नाले हैं तो कहीं नाले का निर्माण ही नहीं हुआ है.
नाथनगर क्षेत्र में नाथनगर बाजार लेन, गोलदार पट्टी, 22 दिग्घी, कबीरपुर, मछली बाजार के समीप फोर्ट रोड में जमाव हो जाता है. ज्यादातर क्षेत्र गड्ढे में बसा हुआ है. इसके बावजूद यदि यहां ड्रेनेज सिस्टम ठीक कर दिया जाये तो इस समस्या से छुटकारा मिल सकता है.
तातारपुर में मुसाफिरखाना के समीप गली में जल जमाव होता है. संकरी नाली होने के कारण यहां का पानी ठीक से निकल नहीं पाता है.
परबत्ती में लोअर जमटिकरी रोड, लब्बू पासी लेन, अजहर अली लेन, प्रोफेसर कॉलोनी (24परगना), कंपनी बाग में कहीं संकरा नाला तो कहीं नाले का अभाव होने के कारण जल जमाव होता है.
आसानंदपुर में पक्की नाला नहीं होने से सड़क पर पानी बहता है.
सराय अंतर्गत बाजिद अली शाह लेन एवं रिकाबगंज बस्ती में नाले का पानी सड़क पर बहता है.
उर्दू बाजार एवं जब्बारचक में जल जमाव होता है. नाले को व्यवस्थित नहीं किया गया है.
शिलान्यास हुए डेढ़ साल बीते, नाला का पता नहीं
पार्षद प्रतिनिधि अजय यादव ने बताया कि वार्ड आठ अंतर्गत डिक्रुज लेन मुसलिम टोला में विधायक अजीत शर्मा द्वारा नाला निर्माण के लिए किये गये शिलान्यास हुए डेढ़ साल बीत चुके हैं, लेकिन अब तक धरातल पर कोई काम नहीं दिख रहा है. यहां के लोगों को इस बार मानसून में भी क्षेत्र के डूबने का डर है.
चंपानगर अंतर्गत चमरू साह लेन, हाड़ी लेन, मकदूम शाह दरगाह लेन, सरदारपुर, अबीर मिश्र लेन आदि स्थानों में क्षेत्र के बनावट में गड़बड़ी से जल जमाव होता है. गढ़कछारी, सिलाटर, लालू चक, बाबू टोला में जगह-जगह गड्ढे होने के कारण एवं कूड़े-कचरे के नाले में भरे होने से जल जमाव की स्थिति पैदा होती है. रिकाबगंज बस्ती में नाले का पानी सड़क पर बहता है. वहीं वार्ड 14 में आसानंदपुर से कंपनीबाग तक सड़क पर पानी बहता है. इस क्षेत्र में नाले व नाली टूटी-फूटी हुई है.
वीआइपी इलाकों में भी जल जमाव : आदमपुर के विवेकानंद पथ हो या आकाशवाणी चौक हो, यहां थोड़ी बारिश में भी सड़क पर पैदल चलना मुश्किल हो जाता है. सड़क व नाले को व्यवस्थित नहीं करने से हरेक बरसात में जल जमाव होता है.
बरसात से पहले होगी उड़ाही
बरसात आने से पहले शहर के सभी बड़े नाले की उड़ाही हो जायेगी. बड़े नाले की उड़ाही का कार्य शुरू हो गया है. आकाशवाणी के सामने पुलिया के नाले की उड़ाही करायी गयी है. अन्य स्थानों पर भी नाला उड़ाही का काम कराया जा रहा है.
महेश प्रसाद, स्वास्थ्य शाखा प्रभारी, नगर निगम
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