जगदीशपुर : दुर्जन मनुष्य दूसरे के पांव पकड़ कर ऊपर चढ़ते हैं, लेकिन सज्जन दूसरे को ऊपर उठाने का काम करते हैं. सज्जन दूसरे के घर दीप जलाते हैं, लेकिन दुर्जन सदा दूसरों का अहित करता है. ये बातें परम पूज्य केशवाचार्य ने कहीं. वह जगदीशपुर में आयोजित भागवत कथा के पाचवें दिन प्रवचन कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि अगर तीर्थाटन करें तो माता पिता को भी अवश्य साथ ले जायें. अच्छे कर्म करने वाले ही साधु कहलाते हैं. पांचवें दिन कथा सुनने करीब दस हजार श्रद्धाुलु पहुंचे. पंडाल में बैठने की जगह नहीं बची थी. खासकर महिलओं की तादाद ज्यादा थी. मौके पर बीरबल मंडल, गोपीनाथ मंडल, भारती भूषण झा, मुखिया घनश्याम मंडल, आनंदी भगत, इंद्रजीत कुमार उर्फ सिंंटू, गौतम कुमार साह, राजीव कुमार साह, राजकुमार पंजियारा सहित हजारों श्रद्धालु थे.