भागलपुर : रंगरा के प्रखंड प्रमुख के पति कारे लाल यादव को रविवार की रात गोली मार दी गयी. उनके बेटे मोती यादव और उसी गांव के रहने वाले अकला मंडल और भक्ता मंडल के बीच लंबे समय से संघर्ष चल रहा है. इस संघर्ष का मुख्य कारण जलकर है. मोती यादव के जेल में रहने के दौरान जलकर पर भक्ता और अकला ने कब्जा जमा लिया था. उस दौरान भक्ता और अकला गुट ने मोती गुट के रूदला को भी मार दिया.
मोती के बाहर आते ही संघर्ष शुरू हो गया और भक्ता एवं अकला मंडल गुट के सिकंदर और भोला मंडल की हत्या कर दी गयी. खूनी संघर्ष शुरू होने का खतरा : कारे लाल यादव को गोली मारने के बाद रंगरा क्षेत्र में एक बार फिर खूनी संघर्ष शुरू होने का खतरा मंडराने लगा है. वहां के इतिहास को देखते हुए इसका सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है. मंडल और यादव के इस ग्रुप को अलग अलग राजनीतिक दलों के नेताओं का भी साथ होने की बात अक्सर सामने आती रही है. अगर जल्दी ही दोनों गुटों के बीच बात नहीं बनी तो यह बड़े खूनी संघर्ष में तब्दील हो सकता है.