भागलपुर: विक्रमशिला सेतु और शहर में रोज लगनेवाले जाम, शहर व भागलपुर को नवगछिया से जोड़नेवाली सड़क के जर्जर रहने की वजह से वाहनों पर रोज 30 लाख का अतिरिक्त खर्च हो रहा है. जाम की वजह से चालक से लेकर आम लोग तो मानसिक संत्रस ङोलते ही हैं ऊपर से अपने जेब भी ढीली कर रहे हैं. रोजाना 25 से 30 हजार वाहन इस होकर गुजरता है.
विक्रमशिला सेतु सहित भागलपुर शहर में जाम लगना अब रोजमर्रा की बात हो गयी है. दिन हो या रात हमेशा जाम लगा रहता है. जाम भी कोई ऐसा वैसा नहीं, भागलपुर से लेकर नवगछिया तक. कई किलोमीटर लंबा. अगर आप भाग्यशाली हैं तो भागलपुर से नवगछिया तक का 20-22 किलोमीटर का सफर तीन से चार घंटे में तय हो जायेगा. जिलाधिकारी भी रोज लगनेवाले इस जाम पर अपना हाथ खड़ा कर चुके हैं. उनका तर्क है सड़क की मरम्मत चल रही है इसलिए जाम स्वाभाविक है. मोकामा पुल को बड़ी गाड़ियों के लिए बंद कर दिये जाने की वजह से विक्रमशिला सेतु पर दबाव बढ़ गया है. पिछले एक माह से रोज लंबा जाम लग रहा है.
भागलपुर से नवगछिया की ओर जानेवाली गाड़ियां रेंगते हुए पहुंचती है. कभी -कभी तो रेंगने के लिए भी घंटों इंतजार करना होता है. सामान्य स्थिति में भागलपुर से नवगछिया जाने में बड़े वाहन, ट्रक, टेलर या बस को पांच से छह लीटर डीजल लगता है. लेकिन जाम और जर्जर सड़क के कारण डीजल की खपत 10 से 12 लीटर तक पहुंच गयी है.