भागलपुर : 15 जनवरी को होने वाले मकर संक्रांति को लेकर घरों में मुड़ी-चूड़ा सेे लेकर तिल की लाई बनायी जा रही. शुक्रवार को होने वाले इस पर्व में स्नान और दान का विशेष महत्व है. मिथिला और काशी पंचांग में इस पर्व में स्नान किस काल में किया जाये इसके बारे में बताया गया है.
पंडित डॉ सदानंद झा ने बताया मिथिला पंचाग में सुबह 7:21 बजे से दिन के 1:45 बजे स्नान और दान का विशेष महत्व है. वहीं काशी पंचांग में सुबह 7:46 बजे से दिन के दो बजे तक विशेष महत्व है. उन्होंने कहा कि इस दिन कंबल और घी का भी विशेष महत्व है. बुधवार को दही, चूड़ा, तिलकुट की दुकानों पर काफी भीड़ थी. वेराइटी चौक के हड़िया पट्टी के रास्ते लगे चूड़ा और तिलकुट की दुकानों पर भीड़ थी.
दही की दुकानों पर काफी संख्या में लोग दही खरीद रहे थे. खिचड़ी के रूप लड़की के पिता यह सामान ले जाते हैं. कई घरों में महिलाओं ने मंहगे दामों में दूध खरीद कर दही जमा रही थी. मंगलवार से कई घरों में तो दूध वालों ने दूध देना बंद कर दिया है. अभी यह दूध चालीस से 45 रुपये किलो बेच दे रहे हैं. जिन घरों में छोटा बच्चा है उस घर के लोग अपने बच्चों को गाय के दूध के बदले डिब्बा का दूध पिला रहे हैं.