भागलपुर: भागलपुर महोत्सव के उदघाटन समारोह में शनिवार को सूबे के कृषि मंत्री के टीएमबीयू के कुलपति से इस्तीफा मांगने के दो दिन बाद सोमवार को वीसी तो चुप रहे, लेकिन कुलसचिव का तेवर तल्ख दिखा. बाकायदा संवाददाता सम्मेलन बुला कर कुलसचिव डॉ ताहिर हुसैन वारसी ने राज्य सरकार और वीसी की जम कर तारीफ की जबकि कृषि मंत्री के बारे में जमकर खरी खोटी कही. उन्होंने कहा कि बिहार कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति मेवालाल चौधरी के घर पर कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह ठहरा करते हैं. श्री चौधरी की पत्नी सत्ताधारी पार्टी की विधायक हैं.
उनके घर पर मंत्री की खूब खातिरदारी होती है, तो मंत्री श्री चौधरी के बारे में ऐसा-वैसा क्यों बोलेंगे. हम सूखा सलाम करते हैं, तो हमारे कुलपति से मंत्री इस्तीफा मांगते हैं. हमारे कुलपति इस्तीफा क्यों देंगे. उन्हें मंत्री ने तो बहाल नहीं किया है. बिहार कृषि विश्वविद्यालय में बहाली में घपला हुआ, सभी जानते हैं. कोई कार्रवाई नहीं हुई, क्योंकि उस विश्वविद्यालय पर राजनेता का संरक्षण है. तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में कुलपति डॉ एनके वर्मा के कार्यकाल में कोई घपला-घोटाला नहीं हुआ है. मालूम हो कि कृषि मंत्री ने अपने संबोधन में कुलपति डॉ वर्मा को कहा था कि पढ़ाई नहीं हो रही, तो इस्तीफा दे दीजिए.
रजिस्ट्रार ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में राजनीतिक हस्तक्षेप नहीं होना चाहिए. राजनीतिक हस्तक्षेप होगा, तो विकास अवरुद्ध हो जायेगा. आज के परिवेश में लोग राजनीति से स्वार्थ के लिए जुड़ते हैं. अगर ऐसा नहीं है, तो मामूली मुखिया के चुनाव में लोग एक-दूसरे की जान लेने पर क्यों उतारू हो जाते हैं. पंचायत चुनाव में जीतनेवाले कई लोग ऐसे हैं, जिसके पास 10 साल पहले कुछ भी नहीं था, लेकिन आज उनके पास लग्जरी गाड़ियां हैं और आलीशान बंगले हैं. इसे देखनेवाला कोई नहीं.
इसके इतर रजिस्ट्रार डॉ वारसी ने विश्वविद्यालय को किये जा रहे सहयोग पर राज्य सरकार का खूब बखान किया. उन्होंने कहा कि उच्चतर शिक्षा अभियान को लागू करने के लिए राज्य सरकार ने एड़ी-चोटी एक कर दिया है. सारे कॉलेजों को पांच वर्षीय विकास योजना का प्रपत्र सौंप दिया है. सरकार ने इसे जमा करने का समय 30 दिसंबर तक बढ़ा दिया है, लेकिन 20 दिसंबर तक ही सौंप देंगे. सरकार का कहना है कि ढेर सारे रोजगारपरक पाठ्यक्रम शुरू करें. इसके लिए शिक्षक, पैसा, बुनियादी सुविधाएं, जो भी जरूरत हो बताएं, सरकार पैसा देगी. इस मौके पर विश्वविद्यालय प्रवक्ता डॉ इकबाल अहमद भी मौजूद थे.
क्या कहा था कृषि मंत्री ने
तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में खराब शैक्षणिक स्थिति के लिए खरी-खरी सुनाते हुए कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह ने कुलपति डॉ एनके वर्मा को कहा था कि जब स्थिति ठीक नहीं हो रही, पढ़ाई नहीं सुधर रही तो वे इस्तीफा क्यों नहीं दे देते.