भागलपुर: चाहे लाख पुलिसिया सख्ती और कानून की बात कर ली जाये, चाहे छेड़खानी या रेप पर सख्त कानून बन जाये, पर हकीकत यह है कि आज भी शोहदों की उदंडता कम नहीं हुई है. दिल्ली कांड के आरोपियों को फांसी की सजा हुई. देश में निंदा जारी है. भागलपुर में भी शोहदों के खिलाफ कार्रवाई की कई बार घोषणा हुई, पर हालात नहीं बदले. भागलपुर में बाहर से पढ़ने आनेवाली लड़कियां रोज ऐसे लफंगों को ङोलती हैं. इस इलाके में एसएम कॉलेज के अलावा कई कोचिंग संस्थान हैं. इस कारण हमेशा भीड़ रहती है. ऐसे में यह इलाका लफंगों का मनपसंद क्षेत्र है. यहां इनकी मनमानी चलती है. कोई गंदे कमेंट करता है, तो कोई दुपट्टा खींचता है. कुछ मोटरसाइकिल से इस कदर निकलते हैं कि धक्का लग जाता है, पर इनके भय से लड़कियां तो कुछ नहीं बोलती, दुकान व इंस्टीटय़ूट वाले भी चुप रहते हैं. मालूम हो कि सुरक्षा को लेकर कई नियम बनाये गये थे, पर हालत नहीं सुधरे.
इसमें पुलिस गश्ती से लेकर सीसीटीवी कैमरा लगाने तक की बात शामिल है.