कहलगांव: कहलगांव रेलवे स्टेशन से रेलवे को सालाना पांच करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व देता है. इसके अलावा कोयला ढुलाई और फ्लाइ ऐश की ढुलाई से भी बड़ा राजस्व प्राप्त होता है. इसके बावजूद यहां यात्री सुविधाओं का घोर अभाव है. यहां यात्रियों की संख्या के हिसाब से न तो यात्री शेड है और न ही यात्रियों के बैठने के लिए पर्याप्त व्यवस्था. ज्यादातर यात्री घंटों यहां खड़े रह कर ही ट्रेनों का इंतजार करते हैं.
शौचालय चालू नहीं : प्लेटफॉर्म नंबर एक पर वेटिंग रूम में शौचालय तो बनाया गया है, लेकिन वह अक्सर बंद रहता है. इसका मेंटनेंस करने वाले संवेदक का कहना है कि यहां का शौचालय घाटे में चलता है. इसलिये इसे चालू नहीं किया जाता है. इससे सबसे ज्यादा दिक्कत महिलाओं को होती है.
इलेक्ट्रानिक इनक्वायरी सिस्टम शोभा : प्लेटफॉर्म नंबर एक पर यात्रियों की सुविधा के लिये लगाया गया इलेक्ट्रॉनिक इनक्वायरी सिस्टम शोभा की वस्तु बना है. इससे कभी कोई सूचना नहीं मिल पायी. क्योंकि यह कभी चालू ही नहीं हुआ. आज यह टीन का डब्बा दिख रहा है. हालांकि स्टेशन प्रबंधक का कहना है कि दो-तीन दिन में यह काम करने लगेगा.
ट्यूबवेल शुरू से ही बीमार : एनटीपीसी की स्वयंसेवी संस्था चेतना द्वारा इसी वर्ष गरमियों में प्लेटफॉर्म नंबर 2 पर ट्यूबवेल लगाया गया. यह शुरू से ही गंदा पानी देता रहा. अब यह बेकार पड़ा है. स्टेशन प्रबंधक समर कुमार सिंह ने बताया कि ट्यूबवेल के निरीक्षण के लिये एनटीपीसी के सीएसआर अधिकारी आर रघुनाथन, एजीएम टी गोपालकृष्ण के साथ आये थे.
यात्री शेड का निर्माण अधर में : कहलगांव रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर -दो पर फुट ओवरब्रिज की उत्तर दिशा में एक यात्री शेड प्रस्तावित है. इस यात्री शेड के लिये आधार बन कर तैयार है, लेकिन शेड निर्माण के लिये कोई सार्थक पहल नहीं की जा रही है. पिछले दिनों डीआरएम रवीन्द्र कुमार गुप्ता ने कहलगांव स्टेशन के निरीक्षण के दौरान बताया था कि फंड का अभाव है. अगले वर्ष के बजट में इसे शामिल कर शेड का निर्माण करा दिया जायेगा.
‘बी’ श्रेणी के स्टेशन में हुआ शामिल : पिछले माह तक कहलगांव को मालदा मंडल कार्यालय द्वारा ‘डी’ श्रेणी के स्टेशन में रखा गया था. लेकिन, यात्री राजस्व एवं कोयला तथा फ्लाई ऐश की ढुलाई से प्राप्त होने वाले राजस्व के कारण लगभग महीने भर पूर्व इसे ‘बी’ श्रेणी के स्टेशन में शामिल कर लिया गया है. यह जानकारी स्टेशन प्रबंधक समर कुमार सिंह ने दी.