भागलपुर: तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के अंगीभूत कॉलेजों में शिक्षकेतर कर्मचारियों की काफी कमी है. इसके कारण कॉलेज का कामकाज प्रभावित होता है. इसका प्रभाव छात्रों पर भी पड़ता है. छात्रों को समय पर कोई सुविधा नहीं मिल पाती.
विश्वविद्यालय के सभी 29 कॉलेजों में कर्मचारियों की स्थिति पर गौर करें, तो तृतीय वर्गीय कर्मचारियों के स्वीकृत पदों की संख्या 703 व चतुर्थवर्गीय की 916 है. इसके मुकाबले 448 तृतीय वर्गीय व 683 चतुर्थवर्गीय कर्मी कार्यरत हैं. इस तरह हिसाब किया जाये, तो 255 तृतीय वर्गीय व 233 चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों का पद वर्षो से खाली पड़ा है.
नयी नियुक्ति नहीं होने व कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति के कारण खाली पदों की संख्या अनवरत बढ़ती जा रही है. यही नहीं, जो कर्मचारी नियुक्त हैं, उन्हें पिछले 20 वर्षो प्रोन्नति भी नहीं मिली है.