35.4 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

लगन का बाजार तैयार, 22 बाद बजेगी शहनाई

लगन का बाजार तैयार, 22 बाद बजेगी शहनाई -धर्मशाला व होटल हो रहे बुक-कपड़ा बाजार में 50 फीसदी बिक्री बढ़ी-सर्राफा व श्रृंगार प्रसाधन के सामान की 30 फीसदी बिक्री बढ़ी-देवोत्थान एकादशी 22 कोसंवाददाता, भागलपुर कार्तिक शुक्ल एकादशी 22 नवंबर रविवार को देवोत्थान एकादशी मनायी जायेगी. इस दिन भगवान चार माह बाद जग जायेंगे. इसी दिन […]

लगन का बाजार तैयार, 22 बाद बजेगी शहनाई -धर्मशाला व होटल हो रहे बुक-कपड़ा बाजार में 50 फीसदी बिक्री बढ़ी-सर्राफा व श्रृंगार प्रसाधन के सामान की 30 फीसदी बिक्री बढ़ी-देवोत्थान एकादशी 22 कोसंवाददाता, भागलपुर कार्तिक शुक्ल एकादशी 22 नवंबर रविवार को देवोत्थान एकादशी मनायी जायेगी. इस दिन भगवान चार माह बाद जग जायेंगे. इसी दिन से शादी-विवाह, गृह प्रवेश आदि शुभ कार्य शुरू हो जायेगा. भगवान विष्णु के जग जाने के बाद पुन: शादी-विवाह जैसे मांगलिक कार्य प्रारंभ हो जायेंगे. इस दिन रहेगी शादी की धूम देवोत्थान एकादशी के साथ ही यहां पर शादी-विवाह की धूम शुरू हो जायेगी. 26 नवंबर, दो दिसंबर, चार दिसंबर, 21 जनवरी, 15 जनवरी, 28 जनवरी, 29 जनवरी, 31 जनवरी, दो फरवरी, चार फरवरी, छह फरवरी, 16 फरवरी, 17 फरवरी, 22 फरवरी, 24 फरवरी, एक मार्च, पांच मार्च व 10 मार्च को पंडितों के अनुसार अति शुभ लगन है. इसलिए इन तिथियों में जिले व शहर में शादी-विवाह का अधिक शोर रहेगा. मंदिर, धर्मशाला व लग्जरी गाड़ियों की बुकिंग जोरों पर बूढ़ानाथ मंदिर समेत शहर के अधिकतर धर्मशाला व निजी विवाह भवन व होटल में शादी को लेकर बुकिंग जारी है. बूढ़ानाथ मंदिर के प्रबंधक बाल्मिकी सिंह ने बताया कि 26 नवंबर को सबसे अधिक शादी है. इसके बाद भी शादी को लेकर लड़का व लड़की के अभिभावक बुकिंग करा रहे हैं. इसके अलावा अति शुभ लगन में लग्जरी गाड़ियों की बुकिंग फुल है. सिंह ट्रेवल के संचालक संजीव सिंह ने बताया कि ठंड के दिनों में गरमी वाले मौसम से कम भीड़ रहती है. अब ठंड में भी शादी का प्रचलन बढ़ता जा रहा है. बाहर के ट्रेवल एजेंसी से भी वह अपना संपर्क बनाये हुए हैं, ताकि लोगों को गाड़ी उपलब्ध कराने में दिक्कत नहीं हो. शंखासुर को मार क्षीर सागर में सो गये थे भगवान विष्णुज्योतिषाचार्य प्रो सदानंद झा ने बताया कि देवोत्थान व प्रबोधन एकादशी की तिथि को रात्रि जागरण का विशेष महत्व है. इसी दिन तुलसी विवाह का भी आयोजन होता है. उन्होंने बताया कि पुन: 15 जुलाई 2016 में आषाढ़ शुक्ल एकादशी पर शुक्रवार को शयन में चले जायेंगे. बाजार की बढ़ी रौनक लगन को लेकर बाजार में रौनक अभी से बढ़ गयी है. बाजार में ग्राहकों का आना शुरू हो गया है. कपड़ा बाजार में चौगुनी बिक्री बढ़ी है. सर्राफा बाजार में आर्डर देने वाले ग्राहकों की भीड़ तो है ही, लगन शुरू होने पर अपने दिये आर्डर की डिलिवरी भी करानेवाले ग्राहकों की भीड़ भी उमड़ रही है. बरतन बाजार, श्रृंगार प्रसाधन के सामान की भी खूब बिक्री हो रही है. कपड़ा व्यवसायी अरुण चोखानी ने बताया कि लहंगा साड़ी का क्रेज है, जो तीन से 10 हजार रुपये तक में बिक रहे हैं. रेडिमेड व्यवसायी अभिषेक जोशी ने बताया कि अभी कॉटन में पॉलिफील कपड़ों की ओर लोग अधिक आकर्षित हो रहे हैं,जो ढाई सौ से लेकर पांच सौ तक में मिल रहे हैं. सर्राफा व्यवसायी दीपक सोनी ने बताया कि लगन को लेकर सर्राफा बाजार में 20 से 30 फीसदी बिक्री बढ़ी है, अधिकांश लोग नौ जेवर का सेट की डिमांड कर रहे हैं. इसमें गले का नेकलेस, ईयर रिंग, कंगन, टीका, नथ, मंगल सूत्र, चैन, पायल व बिछिया खरीदते हैं, जो 50 हजार रुपये से लेकर अनलिमिटेड दाम में उपलब्ध है. डायमंड में अंगूठी व टॉप्स की बिक्री बढ़ी है. सर्राफा व्यवसायी दीपक पोद्दार ने बताया कि अभी पेंडेंट (लौकेट), कान की बाली को अधिक पसंद कर रहे हैं. इसके अलावा कुंदन जड़ा हुआ आभूषण की बिक्री बढ़ी है. बरतन दुकानदार ने बताया कि लगन को लेकर बरतन बाजार में उतना रौनक नहीं है. फिर भी सामान्य दिनों से 20 फीसदी बिक्री बढ़ी है. पीतल का कठौत, बाल्टी सेट, ड्रम सेट, फिल्टर व मिक्सी की बिक्री बढ़ी है. इसके अलावा शहरी लोग इंडेक्शन चूल्हे अधिक खरीद रहे हैं. लहठी विक्रेता बुलिया मनिहार ने बताया कि दुल्हन सेट के अलावा मैचिंग सेट की बिक्री बढ़ी है. बॉक्स मैटर शुभ लगनमिथिला पंचांग के अनुसारनवंबर में 23, 26 व 27दिसंबर में 2, 3, 6, 7, 11, 13, 14जनवरी में 17, 20, 28, 29, 31फरवरी में 1, 3, 4, 8, 11, 17, 22, 24, 26, 29मार्च में 3, 4, 6, 7, 9, 10, 11काशी पंचांग के अनुसारनवंबर में 22, 23, 25, 26, 27दिसंबर में 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 12, 13,14जनवरी में 15, 16, 19, 20, 21, 25, 26, 27, 28, 29, 31फरवरी में 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 11, 12, 13, 16, 17, 21, 22, 24, 25, 26, 27, 28, 29मार्च में 1, 2, 3, 4, 5, 10, 11नोट:-उपरोक्त वैवाहिक तिथियों के अंतर्गत कुछ तिथि दिवा लगन के हैं, कुछ तिथि गोधूलि लगन के हैं और कुछ तिथि रात्रि लगन के हैं. कुछ संपूर्ण दिन-रात वाले लगन की तिथि शामिल हैं. इसलिए पंडितों से विचार-विमर्श के बाद ही विवाह की तिथि निश्चित करें.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें