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वॉइस रिकॉर्डिंग से एफआइआर दर्ज होगा, लगेंगे बूथ

वॉइस रिकॉर्डिंग से एफआइआर दर्ज होगा, लगेंगे बूथ सार्वजनिक स्थलों पर एफआइआर दर्ज करने के लिए लगाये जायेंगे बूथ पुलिस मुख्यालय कर रहा तैयारी, पटना से होगी शुरुआत प्रयोग सफल रहने पर राज्य के अन्य जिलों में भी लगेंगे बूथ बूथ में वॉइस रिकॉर्ड कराके, टाइप करके या बॉक्स में लिखित आवेदन देकर एफआइआर दर्ज […]

वॉइस रिकॉर्डिंग से एफआइआर दर्ज होगा, लगेंगे बूथ सार्वजनिक स्थलों पर एफआइआर दर्ज करने के लिए लगाये जायेंगे बूथ पुलिस मुख्यालय कर रहा तैयारी, पटना से होगी शुरुआत प्रयोग सफल रहने पर राज्य के अन्य जिलों में भी लगेंगे बूथ बूथ में वॉइस रिकॉर्ड कराके, टाइप करके या बॉक्स में लिखित आवेदन देकर एफआइआर दर्ज किया जा सकेगा आवेदन या वॉइस रिकॉर्ड पूरी होने पर मशीन से रिसीविंग भी मिलेगा बूथ में सीसीटीवी भी लगा रहेगा ताकि आवेदन करने वालों की पहचान की जा सके बूथ से जिले के एसपी को लिंक किया जायेगा प्रभात खास अमित चौधरी, भागलपुर मशीन में अपनी शिकायत टाइप की और एफआइआर दर्ज. टाइप करने में दिक्कत हो, तो लिखित आवेदन बॉक्स में डाला और एफआइआर दर्ज. लिखने और टाइप करना नहीं आता, तो अपनी शिकायत को मशीन के सामने बोल कर रिकाॅर्ड कराया और हो गया एफआइआर. अभी तक एफआइआर दर्ज करने के ये तरीके प्रयोग में नहीं हैं, पर आने वाले समय में आम लोगों को एफआइआर दर्ज कराने में ऐसी सुविधाएं मिल सकती हैं. एफआइआर दर्ज कराने के लिए थानों का चक्कर लगाने से छुटकारा मिल सकता है. पुलिस मुख्यालय एफआइआर दर्ज कराने के लिए बूथ लगाने की तैयारी कर रही है जिसमें इस तरह की सुविधाएं होंगी. इसकी शुरुआत पटना से होगी. सार्वजनिक स्थलों पर लगेंगे बूथ एफआइआर दर्ज कराने वाले बूथ किसी थाने में या उसके आस-पास नहीं बल्कि सार्वजनिक स्थलों पर लगाये जायेंगे. ऐसा इसलिए किया जायेगा ताकि लोगों को एफआइआर दर्ज कराने के लिए थाना न जाना पड़े. कई बार ऐसा देखा जाता है कि किसी के साथ अापराधिक घटना होने के बाद भी वे एफआइआर दर्ज कराने थाना इसलिए नहीं जाते कि वहां उनसे पूछताछ की जायेगी और वे परेशानी में पड़ जायेंगे. पटना में शुरुआत में ये एफआइआर दर्ज कराने वाले बूथ चार से पांच की संख्या में लगाये जायेंगे. उसके बाद बूथ की संख्या बढ़ायी जायेगी. रिकॉर्डिंग खत्म होते ही मिलेगी रिसीविंग मशीन से एफआइआर दर्ज कराने वाले व्यक्ति को उस थाने का नाम भी बोलना या लिखना पड़ेगा जिस थाने में वह एफआइआर दर्ज कराना चाहता है. एफआइआर बूथ मशीन पर आम लोगों के द्वारा रिकॉर्डिंग खत्म हाेने, टाइप पूरा होने या लिखित शिकायत बॉक्स में डालते ही मशीन द्वारा उस व्यक्ति को रिसीविंग दिया जायेगा. उस रिसीविंग के आधार पर वह संबंधित थाने से एफआइआर का स्टेटस और कार्रवाई की जानकारी ले सकेगा. एफआइआर के लिए लगाये जाने वाले बूथ में सीसीटीवी भी लगा रहेगा, ताकि जरूरत पड़ने पर एफआइआर दर्ज कराने वाले की पहचान की जा सके. जिले के एसपी जुड़े रहेंगे बूथ से शहर के विभिन्न इलाकों में लगे एफआइआर बूथ मशीन से जिले के एसपी जुड़े रहेंगे. एसपी को पता रहेगा कि जिले के किस थाने में मशीन द्वारा कितने एफआइआर दर्ज किये गये. थानों की यह जिम्मेवारी होगी वह मशीन द्वारा दर्ज हुए एफआइआर पर हुई कार्रवाई की रिपोर्ट एसपी को दें. मशीन द्वारा दर्ज किये गये एफआइआर में कोताही बरतने वाले थानों के खिलाफ कार्रवाई किये जाने का भी प्रावधान होगा. वर्जनएफआइआर दर्ज कराने में आम लोगों को होने वाली समस्याओं को ध्यान में रखते हुए मुख्यालय द्वारा ऐसा प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है पर इसमें किसी तरह की जल्दबाजी नहीं की जायेगी. यह कह सकते हैं कि आने वाले समय में आम लोगों को एफआइआर दर्ज कराने में इस तरह की सुविधा मिल सकेगी. – सुनील कुमार, एडीजी, मुख्यालय

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