भागलपुर: मुसलिम एजुकेशन संघर्ष बचाओ समिति के सदस्यों ने आयुक्त के यहां आवेदन देकर कहा कि पुलिस की निगरानी में मुसलिम एजुकेशन कमेटी का जल्द चुनाव कराने की मांग की है.
चुनाव के नाम पर लोगों को बरगलाया जा रहा है. आवेदन में कहा कि कुछ दबंग लोग पिछले 18 वर्ष से मुसलिम एजुकेशन कमेटी का चुनाव नहीं होने दे रहे है. जबकि कमेटी में शामिल आधा से ज्यादा सदस्यों का निधन हो चुका है.
संविधान में निर्धारित है कि हर पांच वर्ष बाद चुनाव होना है. कमेटी के सह संयोजक मो मजहरुल हक ने बताया कि कमेटी के अध्यक्ष व महासचिव पर कई तरह के आरोप लगाये. समिति ने आयुक्त से मांग की है कि जल्द कमेटी को भंग कर चुनाव कराये. इस मामले में मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्रलय व जिलाधिकारी को भी आवेदन दिया गया है. इधर, मुसलिम एजुकेशन कमेटी के महासचिव डॉ फारूक अली ने बताया कि रविवार को मुसलिम एजुकेशन कमेटी के सदस्यों की बैठक थी.
इसमें चुनाव कराने की प्रक्रिया पर विचार विमर्श करना था. ताकि चुनाव जल्द से जल्द कराया जा सके. कमेटी के लोग चुनाव कराने का पहले ही निर्णय ले चुके हैं. मुसलिम एजुकेशन कमेटी की कार्यकारिणी सदस्यों की (एमइसी) आमसभा बुलायी गयी थी. इसमें आम लोगों को नहीं बुलाया गया था. कुछ लोग जान बूझ कर बैठक को लेकर हंगामा किया. ये लोग चुनाव के पक्षधर नहीं है. कमेटी पर जो भी आरोप लगाया जा रहा है. सरासर गलत व बेबुनियाद है. कमेटी के पास सारा पुराना व नया हिसाब है. समय आने पर लोगों के बीच रखा जायेगा.