भागलपुर: 46 लाख सोना लूट मामले का सरगना कौन है? हर गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने इस बात को बड़ी सिद्दत से रखा. जिसकी गिरफ्तारी हुई, पुलिस ने उसे सरगना, किंग पिन, कर्ताधर्ता, सूत्रधार और न जाने-जाने किस-किस उपमा से नवाजा, लेकिन अबतक इस मामले में पुलिस किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच पायी है. पुलिस ने तीन आरोपितों पंकज सोनी, रहमान मियां उर्फ मुंड टेढ़वा और अरुण यादव को गिरफ्तार कर जेल भेजा है.
पुलिस का सारा अनुसंधान मोबाइल लोकेशन पर टिका है. घटना के पहले, घटना के बाद घटनास्थल आनंद चिकित्सालय रोड में किन-किन आरोपियों का मोबाइल था, उसी आधार पर पुलिस ने इस कांड का अनुसंधान शुरू किया. पुलिसिया भाषा में इसे वैज्ञानिक अनुसंधान कहा जाता है. लेकिन इतना होने के बाद भी पुलिस असली लुटेरे तक नहीं पहुंच पायी है. इसलिए सोने की सटीक जानकारी भी पुलिस को नहीं मिल पायी है. पुलिस कभी कहती है कि लूटे हुए सोने को ट्रेन के जरिये ले जाया गया तो कभी पंकज सोनी का घर खोद कर सोने की खोज की जाती है. कुल मिलाकर अबतक पुलिस का अनुसंधान आइवॉश ही कहा जा सकता है.
कहां है सोना
पुलिस ने अबतक इस मामले में जितनी भी कार्रवाई की, उससे पूरे मामले के उदभेदन हो गया है. ऐसा दावा पुलिस का है. लेकिन लाख टके का सवाल यह है कि अबतक पुलिस लूटे गये सोने के बारे में कुछ पता नहीं कर पायी है. संभावना, आशंका, पूछताछ के आधार पर पुलिस ने काराधीन आरोपित पंकज के घर को खोद डाला, लेकिन सोना और कैश नहीं मिला.