भागलपुर : तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय को सहयोग करने के लिए दो महत्वपूर्ण घोषणाएं हुई, पर वह धरातल पर नहीं उतरी. विश्वविद्यालय के स्वास्थ्य केंद्र को एंबुलेंस देने की घोषणा पिछले वर्ष हुई थी, पर एंबुलेंस अब तक नहीं पहुंच सका है. इसके बाद साइबर लाइब्रेरी के लिए ट्रांसफॉर्मर देने की घोषणा हुई.
लेकिन ट्रांसफॉर्मर नहीं मिलने के कारण लाइब्रेरी की शुरुआत नहीं की जा सकी. दोनों ही स्थिति में छात्र ही परेशान हो रहे हैं. विवि व विद्युत विभाग की भी है उदासीनतासाइबर लाइब्रेरी के ट्रांसफॉर्मर के लिए विश्वविद्यालय ने विद्युत विभाग को आवेदन दिया. लेकिन ट्रांसफॉर्मर लेने के लिए विवि के पदाधिकारियों ने फिर पहल नहीं की. विद्युत विभाग ने भी विवि के आवेदन को तवज्जो नहीं दिया.
सिंडिकेट की बैठक में निर्णय लिया गया था कि आधुनिक तकनीक से लैस एंबुलेंस खरीदने के लिए राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजा जायेगा8.12.14 : सिंडिकेट की बैठक में एमएलसी डॉ संजीव कुमार सिंह ने विवि को एक एंबुलेंस देने की घोषणा की थी28.215 : सीनेट की बैठक में एमएलसी डॉ संजीव कुमार सिंह व मनोज यादव ने साइबर लाइब्रेरी के लिए दो ट्रांसफॉर्मर देने की घोषणा की थी, जिसका सभी सदस्यों ने ताली बजा कर स्वागत किया था.
लाइब्रेरी खुला होता, तो ये होते लाभ-छात्रों को मिलती इंटरनेट फैसिलिटी-इ-लाइब्रेरी में कर सकते पढ़ाई-ऑनलाइन मिलते जर्नल-शोध को मिलता बढ़ावा-रिसेंट रिसर्च से अवगत होते छात्र-प्राप्त होता स्टडी मेटेरियल
इसलिए जरूरी है एंबुलेंस-विवि स्वास्थ्य केंद्र के समीप होस्टल में 3000 छात्र रहते हैं-अापातकालीन स्थिति में बड़े वाहनों की सुविधा नहीं मिल पाती-किसी छात्र के बीमार पड़ने पर पदाधिकारियों को अपनी गाड़ी भेजनी पड़ती है-विवि स्वास्थ्य केंद्र अापातकालीन स्थिति से निबटने में समर्थ नहीं
एंबुलेंस मिलने की प्रक्रिया शुरू हो गयी थी. जिलाधिकारी के माध्यम से खरीदा जायेगा. हो सकता है कि विधानसभा चुनाव के कारण प्रक्रिया रुक गयी हो. ट्रांसफॉर्मर के लिए कई बार प्रयास किया गया. छुट्टी के बाद इस दिशा में फिर लगेंगे.-प्रो एके राय, प्रतिकुलपति, टीएमबीयू